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छात्र प्रमुख समेत दो दर्जन पुलिस हिरासत में

आक्रोश. हमले के विरोध में चिकित्सक गये बेमियादी हड़ताल पर, इलाज के लिए भटकते रहे मरीजप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2017 3:41 AM

आक्रोश. हमले के विरोध में चिकित्सक गये बेमियादी हड़ताल पर, इलाज के लिए भटकते रहे मरीज

सीतामढ़ी : शहर के अस्पताल रोड स्थित पोपुलर जांच घर में हमला कर चिकित्सक व कर्मियों की मंगलवार को हुई पिटायी के विरोध में जहां चिकित्सकों ने बुधवार से बेमियादी आंदोलन का आगाज कर दिया है, वहीं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई व चिकित्सकों को सुरक्षा मिलने तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया है.
इसके तहत आइएमए के आह्वान पर बुधवार को शहर के तमाम निजी क्लिनिक, नर्सिंग होम, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड केंद्र व जांच घर बंद रहे, वहीं इलाज के लिए मरीज व परिजन पूरे दिन भटकते रहे. इधर, एक्शन में आयी पुलिस की टीम ने शहर स्थित अंबेदकर कल्याण छात्रावास में कई बार ताबड़तोड़ छापेमारी कर छात्रावास के छात्र प्रमुख उमेश पासवान व छात्र नेता प्रमोद राम समेत दो दर्जन छात्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ व जांच-पड़ताल कर रही हैं.
छापेमारी के दौरान पुलिस की टीम ने 200 से अधिक फट्ठे, डंडे व हॉकी स्टिक जब्त किया है. घटना की रात से बुधवार तक एएसपी ऑपरेशन संदीप कुमार नीरज, डीएसपी सदर डॉ कुमार वीर धीरेंद्र, इंस्पेक्टर मुकेश चंद्र कुंवर व नगर थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने क्यूआरटी, बीएमपी व सैप की टीम के साथ अंबेदकर छात्रावास में तीन बार छापेमारी की. सोनबरसा के सिंहवाहिनी निवासी धरखन पासवान, इंदल पासवान व चंद्रदेव पासवान के अलावा 50 अज्ञात को आरोपित किया गया है.
चिकित्सक व कर्मियों की पिटाई के विरोध में आइएमए में उबाल
क्या है मामला: शहर के अस्पताल रोड स्थित पोपुलर जांच घर में मंगलवार की दोपहर तकरीबन ढ़ाई बजे जयकिशोर पासवान नामक एक व्यक्ति को लेकर पहुंचे अंबेदकर कल्याण छात्रावास के छात्रों ने ब्लड सुगर की जांच में विलंब होने पर जमकर हंगामा किया था. दर्जनों की संख्या में लाठी-डंडे से लैश कल्याण छात्रावास के छात्रों ने जांच घर में तोड़फोड़ की थी. वहीं चिकित्सक डॉ नरेंद्र कुमार सिन्हा, कर्मी मनोज राय, लखींद्र पासवान, कुमार ऋषिकेश, मो शाहजादा, मनोज राय, राजकुमार झा, रंजीत कुमार मिश्रा व देवेंद्र राय को मारपीट कर गंभीर रुप से घायल कर दिया था. घटना के विरोध में आइएमए ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान कर दिया था. इसके तहत मंगलवार की आधी रात से चिकित्सक हड़ताल पर है. आइएमए ने सरकारी व गैर सरकारी अस्पताल के अलावा सदर अस्पताल में भी इमरजेंसी समेत तमाम सेवाएं ठप रखने का एलान किया था. हालांकि बुधवार को आइएमए के हड़ताल में भासा शरीक नहीं हुई. लिहाजा सदर अस्पताल की सेवाएं पूर्ववत रहीं. लेकिन चिकित्सकों की हड़ताल के चलते शहर के तमाम निजी क्लिनिक व नर्सिंग होम के अलावा एक्सरे, अल्ट्रासाउंड व जांच घरों में ताले लटके रहे. जबकि सुदूर ग्रामीण इलाकों से इलाज के लिए पहुंचे मरीज व परिजन भटकते रहे. इसी बीच चिकित्सकों के समर्थन में जिला दवा विक्रेता संघ ने गुरूवार को जिले की सभी दवा दुकानें बंद रखने का एलान किया है.

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