फरजी चिकित्सकों पर कार्रवाई ठंडे बस्ते में

मेजरगंज : स्वास्थ्य सचिव के आदेश व सीएस के निर्देश के बावजूद मेजरगंज में जहां फरजी चिकित्सकों पर कार्रवाई का मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया है, अधिकारी जहां मामले के प्रति लापरवाही बरत रहे है, वहीं फरजी चिकित्सक बेधड़क अपनी दुकान चल रहे है. स्वास्थ्य विभाग के आदेश के आठ माह बाद भी केवल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2017 3:43 AM

मेजरगंज : स्वास्थ्य सचिव के आदेश व सीएस के निर्देश के बावजूद मेजरगंज में जहां फरजी चिकित्सकों पर कार्रवाई का मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया है, अधिकारी जहां मामले के प्रति लापरवाही बरत रहे है, वहीं फरजी चिकित्सक बेधड़क अपनी दुकान चल रहे है.

स्वास्थ्य विभाग के आदेश के आठ माह बाद भी केवल स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों के खिलाफ नोटिस की कार्रवाई की है. हालांकि नोटिस भेजने के बाद भी चिकित्सकों से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को न तो जवाब दिया है और नहीं प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया है. स्वास्थ्य सचिव के आदेश व सिविल सर्जन के निर्देश के बाद छह माह पूर्व फरजी क्लिनिक व नर्सिंग होम में छापेमारी के लिए टीम का गठन किया गया. लेकिन छह माह से यह टीम सुरक्षा गार्ड का इंतजार कर रही है.
बीडीओ सुमन सिंह व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केके झा की संयुक्त जांच टीम को छापेमारी के लिए अब तक जिला प्रशासन द्वारा पुलिस बल मुहैया नहीं कराया जा सका है. प्रभारी चिकित्सक डॉ झा ने बताया कि दो माह पूर्व जिला प्रशासन को आवेदन देकर पुलिस बल की मांग की गयी थी. लेकिन अब तक सुरक्षा बल उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.
मालूम हो कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने प्रखंड मुख्यालय के 40 चिकित्सकों को नोटिस भेज अपना चिकित्सीय प्रमाणपत्र जमा करने का निर्देश दिया था. नोटिस दर नोटिस जारी करने के बाद भी चिकित्सकों ने इनकी नोटिस की सूध नहीं ली. महज 14 चिकित्सकों ने ही अपना प्रमाण पत्र जमा कराया. लेकिन क्लिनिक व नर्सिंग होम संबंधी कागजात उपलब्ध नहीं कराया.

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