जानकी स्टेडियम को बनाया रोमांस का अड्डा
बरतें सावधानी स्कूली छात्राओं को बहका कर अश्लील वीडियो बना रहे मनचले सीतामढ़ी : स्कूल जाने वाली लड़कियों के अभिभावकों को सावधान हो जाने की जरूरत हैं. कारण है कि भौतिक सुखों की चाह रखने वाली लड़कियों को अमीर परिवार के शहजादे बहका रहे हैं. कुछ लड़कियां मनचलों के प्रेमजाल में भी फंस रही हैं. […]
बरतें सावधानी
स्कूली छात्राओं को बहका कर अश्लील वीडियो बना रहे मनचले
सीतामढ़ी : स्कूल जाने वाली लड़कियों के अभिभावकों को सावधान हो जाने की जरूरत हैं. कारण है कि भौतिक सुखों की चाह रखने वाली लड़कियों को अमीर परिवार के शहजादे बहका रहे हैं. कुछ लड़कियां मनचलों के प्रेमजाल में भी फंस रही हैं.
गंभीर बात यह है कि मनचलों की नियत सिर्फ लड़कियों के साथ टाइम पास करने की नहीं होती, वे ग्रुप के लड़कों में अपने इश्क की चर्चा कर शेखी बघारने की चाहत भी रखते हैं. यही कारण है कि प्रेम-प्रसंग के दौरान वे फोटो व वीडियो क्लिप भी बना रहे हैं. जो बाद में अपने दोस्तों से शेयर करते हैं और देखते-देखते वीडियो वायरल हो जाता हैं.
आत्महत्या को हो जाती हैं मजबूर
कानों-कान इस तरह की चर्चा युवाओं के बीच सुन प्रभात खबर की तहकीकात में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. जो चौंकाने वाले थे. जिससे अभिभावकों के ज्यादा छात्राओं को समझदार व चौंकन्ना रहने की जरूरत हैं. बातों के शब्दजाल व उपहार का प्रलोभन देकर मनचले भोली-भाली लड़कियों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं. एक ऐसा खिलवाड़, जिससे तंग होकर प्रेमजाल में फंसी लड़कियों के सामने आत्महत्या करने वाली जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
अब खुले स्थान पर भी समाज का खौफ नहीं: हद तो यह होती जा रही है कि अब तक होटल व खेत-खलिहान में प्रेम-प्रसंग का खेल-खेलने वाले मनचले जिला मुख्यालय स्थित जानकी स्टेडियम मैदान को भी अपने अय्याशी का अड्डा बनाते जा रहे हैं.
प्रभात खबर ने तहकीकात के दौरान पाया कि स्कूल टाइम में छात्राएं आसपास का माहौल भांप कर स्टेडियम मैदान के किसी कोने में चली जाती है.
एक छात्रा का वीडियो हो रहा वायरल
तहकीकात के दौरान प्रभात खबर को एक ग्रुप के मनचले का वीडियाे क्लिप देखने को मिला. जिसमें वह जानकी स्टेडियम में एक छात्रा के साथ मस्ती कर रहा हैं. वीडियो को देख कर यह भी पता चलता है कि मनचले के साथ छात्रा का वीडियो कोई तीसरा आदमी तैयार रहा हैं. कुल मिला कर तफ्तीश के बाद यह कहना कही से गलत नहीं होगा कि कम उम्र की छात्राओं पर अभिभावकों को पैनी नजर रखनी होगी. उन्हें निश्चित तौर पर सप्ताह में कम से कम एक दिन स्कूल जाकर उपस्थिति पंजी की जांच करनी चाहिए.
क्या कहते हैं खेल संघ के सचिव: जिला कबड्डी संघ के सचिव कहते है कि स्टेडियम मैदान में प्रतिदिन महिला व पुरुष खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं. इस तरह का दृश्य आये-दिन देखने को मिलता हैं. मना करने पर प्रेमी युगल मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. महिला खिलाड़ी इस तरह का दृश्य देख कर शर्मिंदगी महसूस करती हैं. स्टेडियम मैदान एक तरह से पूरी तरह असुरक्षित हैं. कारण है कि तीन साइड से गेट बराबर खुला रहता हैं. जिस कारण आने-जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है. कोई गार्ड भी नहीं हैं. इसको लेकर जिला प्रशासन को उचित कदम उठाना चाहिए. ताकि वातावरण खराब होने से बच सके.