चारों ओर दिख रहा तबाही का मंजर
बाढ़ के बाद की तसवीर . लोगों के अरमान हुए दफन, अब घटने लगा पानी सीतामढ़ी : जिले में काफी हद तक बाढ़ का असर कम हुआ है, बावजूद इसके तबाही का निशान बरकरार है और इससे उत्पन्न परेशानी अभी गयी नहीं है. अब भी इलाका बाढ़ के पानी से घिरा है. खेतों में लगी […]
बाढ़ के बाद की तसवीर . लोगों के अरमान हुए दफन, अब घटने लगा पानी
सीतामढ़ी : जिले में काफी हद तक बाढ़ का असर कम हुआ है, बावजूद इसके तबाही का निशान बरकरार है और इससे उत्पन्न परेशानी अभी गयी नहीं है.
अब भी इलाका बाढ़ के पानी से घिरा है. खेतों में लगी फसलें पानी में डूबी हुई है. घरों में पानी का बहाव जारी है. हजारों की आबादी सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी-शिवहर,सीतामढ़ी-सोनबरसा हाइवे, विभिन्न तटबंध व रेलवे ट्रैक के किनारे खानाबदोश जिंदगी गुजार रहे है. सबसे बुरा हाल मजदूरों का है. जिन्हें पिछले 10 दिनों से मजदूरी तक नहीं मिल सकी है. बाढ़ ने जहां इलाके में तबाही मचा रखी है. वहीं बाढ़ के पानी में इलाके के लोगों के खुशियों पर ब्रेक लग गया है.
रीगा, डुमरा, बोखड़ा, पुपरी, बाजपट्टी व नानपुर में अब भी जल जमाव है. सोनबरसा, परिहार, सुरसंड व बथनाहा में कुछ हद तक तस्वीर में बदलाव आया है. बावजूद इसके लोगों के अरमान भी बाढ़ के पानी में बह गये है. बहरहाल, रून्नीसैदपुर, बैरगनिया, बथनाहा, बेलसंड व सुरसंड में बाढ़ की तबाही से उत्पन्न तस्वीर बदले में लंबा वक्त लगेगा.
बाढ़ की मार से हर कोई बेजार है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर मजदूरों पर पड़ा है. एक तो मजदूरों की मेहनत की कमाई बाढ़ के पानी में बह गयी है, वहीं दूसरी ओर पिछले 10 दिनों से जिले के मजदूरों को कोई मजदूरी नहीं मिल सकी है. मजदूरों के घर ध्वस्त हो गये है. घरों में पानी घुसा हुआ है. खाने को कुछ बचा नहीं है. अब पानी कम हो रहा है, बावजूद इसके मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पा रहा है. रोजाना मजदूर काम की तलाश में निकल तो रहे है, लेकिन काम नहीं मिल रहा है.
शहर में बाढ़ का असर कम, लेकिन परेशानी बरकरार
सीतामढ़ी : सीतामढ़ी शहर में बाढ़ का असर कम होने लगा है. सड़कों से पानी का बहाव समाप्त हो गया है. हालांकि रीगा रोड, नया टोला, लक्ष्मीनगर व पुरूषोत्तम नगर के अलावा रेलवे कालोनी व जीआरपी परिसर में बाढ़ का पानी बरकरार है. शहर के भवदेपुर व रिंग बांध इलाके में स्कूल भी बाढ़ के पानी में डूबे पड़े है. शहर स्थित नगर उद्यान में बाढ़ का पानी बरकरार है. डुमरा प्रखंड में बाढ़ का संकट बरकरार है. डुमरा प्रखंड के सीमरा, मुरादपुर गाछी टोला, हरिछपरा, रूपौली, बाजितपुर, भौप्रसाद, तलखापुर, माधोपुर रौशन, आजमगढ़ व बलुआ समेत दर्जनों गांव में के दर्जनों घरों में लखनदेई नदी का पानी घुस गया है. लिहाजा लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है.
बाढ़ के पानी में डूब कर दो की मौत : नानपुर/रीगा. जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से मंगलवार को नानपुर व रीगा में दो की मौत हो गयी. मृतक की पहचान नानपुर प्रखंड के गौरा गांव में मो मुख्तार के 15 वर्षीय पुत्र मुसर्रफ हुसैन उर्फ गुलाब व रीगा प्रखंड क्षेत्र के रामपुर गंगौली गांव में विनोद महतो की पुत्री पूजा कुमारी, 12 वर्ष के रूप में की गयी है. बताया गया हैं कि नानपुर प्रखंड के गौरा गांव में गुलाब अपने साथियों के साथ गांव स्थित नूनहा पोखर में स्नान कर रहा था.
इस दौरान वह डूब गया. स्थानीय लोगों द्वारा नदी से निकाल कर डॉ रामाशंकर के निजी क्लिनिक में भरती कराया. जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही अंचल पुलिस निरीक्षक भूदेव दास, थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार, अवर निरीक्षक मो शफीक व रविरंजन कुमार ससस्त्र बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहा. लेकिन परिजनों के इनकार करने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका. उधर, रीगा प्रखंड क्षेत्र के रामपुर गंगौली गांव में विनोद महतो की पुत्री पूजा कुमारी, 12 वर्ष बागमती नदी के पुरानी धार में बह गयी. मौके पर पहुंची पुलिस शव की खोजबीन कर रहीं है.
स्कूली बच्चों ने बनायी सड़क
बेलसंड : थाना क्षेत्र के भंडारी – शिवनगर सड़क ध्वस्त हो गया है. इसके चलते आवागमन प्रभावित है. आम जनता की परेशानी को देखते हुए मंगलवार को स्व बाल गोविंद सहाय निशुल्क शिक्षण संस्थान के प्रधान शिक्षक लोकेश शरण के नेतृत्व में स्कूली बच्चों ने इस सड़क की मरम्मत कर इसे चलने लायक बना दिया. इससे लोगों के आवागमन की राह आसान हो गयी है. बताते व चले की भंडारी गांव के वार्ड 13 में घुसे पानी को निकालने के लिये ग्रामीणों ने उक्त सड़क को काट दिया था.
बेलसंड में डायरिया का प्रसार
बेलसंड : प्रखंड में डायरिया का प्रकोप रुक रुक कर बढ़ रहा है. मंगलवार को कंसार पंचायत के झौआ निवासी 7 वर्षीय दिलशाद, 35 वर्षीय शवाना खातून, बेलसंड वार्ड 8 निवासी प्रभात कुमार, सरिता कुमारी, सरस्वती देवी व चंदौली निवासी शैल देवी को डायरिया के चलते स्थानीय पीएचसी में भरती कराया गया. जहां सभी का इलाज जारी है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केके सिंह ने बताया कि 6 मरीजों में मो दिलशाद की स्थिति काफी खराब थी. इलाज बाद सुधार आया है.
बेलसंड . बेलसंड प्रखंड में बाढ़ के कारण नष्ट हुई फसलों के सर्वेक्षण का का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्रखंड कृषि पदाधिकारी रत्नेश कुमार ने सभी किसान सलाहकारों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर फसल क्षति का वास्तविक आकलन का निर्देश दिया है.
साथ हीं किसानों को विहित प्रपत्र में आवेदन देने को भी कहा है. आवेदन के साथ भूस्वामित्व प्रमाण पत्र, लगान रसीद, बैंक पासबुक व आधार कार्ड की छायाप्रति भी देना आवश्यक बताया गया है. किसानों को 25 अगस्त तक आवेदन जमा करने का निर्देश दिया गया है.
जिले में हजारों की आबादी खानाबदोश की तरह गुजार रही है िजंदगी