कटौझा में बागमती नदी खतरे के निशान के पार
सीतामढ़ी : गुरुवार को हुई बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में हल्की वृद्धि हुई है. गुरूवार को बागमती नदी कटौझा में व अधवारा नदी सुंदरपुर में खतरे के निशान से उपर बहती रहीं. बागमती नदी का कटौझा में जलस्तर 54.61 सेमी रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के निशान से 88 सेमी अधिक है. वहीं […]
सीतामढ़ी : गुरुवार को हुई बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में हल्की वृद्धि हुई है. गुरूवार को बागमती नदी कटौझा में व अधवारा नदी सुंदरपुर में खतरे के निशान से उपर बहती रहीं. बागमती नदी का कटौझा में जलस्तर 54.61 सेमी रिकॉर्ड किया गया, जो खतरे के निशान से 88 सेमी अधिक है. वहीं अधवारा नदी खतरे के निशान से 30 सेमी उपर बहती रहीं.
इसका जलस्तर 62.00 सेमी रिकॉर्ड किया गया. जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार बागमती नदी का जलस्तर ढेंग घाट पर 69.08 सेमी, सोनाखान में 68.29 सेमी, डुब्बा घाट में 61.00 सेमी व चंदौली में जलस्तर 58.05 सेमी दर्ज किया गया. झीम नदी का जलस्तर सोनबरसा में 80.30 सेमी, अधवारा नदी का पुपरी में 54.50 व लाल बकेया नदी का गोआवाड़ी में जलस्तर 70.55 सेमी रिकॉर्ड किया गया.
सीतामढ़ी. एक तो इलाका बाढ़ के पानी में तैर रहा था. इसी बीच जिले में गुरुवार को हुई बारिश के बाद लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. गुरूवार को इलाके में तकरीबन तीन घंटे तक रूक -रुक कर जम कर बारिश हुई. इसके चलते इलाका पानी-पानी हो गया. बारिश के बाद शहर व जिला मुख्यालय डुमरा में जल जमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गयी. शहर के तमाम इलाके जलजमाव की गिरफ्त में आ गए. शहर से सटे बाढ़ से पीड़ित तलखापुर निवासी मो सहाना खातून ने बताया कि घर में कीचड़ है. चुल्हा ध्वस्त हो गया है. इसलिए ईंट पर खाना बनाना पड़ रहा है. यहीं हाल हैं शहर से सटे चकमहिला मुहल्ले की हो गयी है. यहां के दर्जनों घर अभी भी पानी से घिरा है. लोगों को घुटने भर पानी हेलकर आवागमन कर रहे है.