बेलसंड में नाव पलटी, 10 लोग बहे एक शव बरामद

सीतामढ़ी/बैरगनिया/रून्नीसैदपुर/बेलसंड/बाजपट्टी : जिले में बाढ़ से रून्नीसैदपुर, बोखड़ा, बेलसंड व बैरगनिया की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. रून्नीसैदपुर में अब भी बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती, लखनदेई व बुढ़ी गंडक नदी के पानी में रून्नीसैदपुर का इलाका पूरी तरह डूबा हुआ है. इसी बीच रविवार को बेलसंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 11:18 AM
सीतामढ़ी/बैरगनिया/रून्नीसैदपुर/बेलसंड/बाजपट्टी : जिले में बाढ़ से रून्नीसैदपुर, बोखड़ा, बेलसंड व बैरगनिया की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. रून्नीसैदपुर में अब भी बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
बागमती, लखनदेई व बुढ़ी गंडक नदी के पानी में रून्नीसैदपुर का इलाका पूरी तरह डूबा हुआ है. इसी बीच रविवार को बेलसंड प्रखंड के चंदौली में नाव पलटने से 10 लोग बह गये. इनमें मौलानगर निवासी युगेश्वर राय की 16 वर्षीया पुत्री नूरी का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि नौ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. हालांकि अन्य कई लोगों के डूबने की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.
उधर, बाजपट्टी प्रखंड की बर्री फुलवरिया पंचायत के बसौल गांव में मो शमसाद के पुत्र मो फैजान (12 वर्ष) की मौत बाढ़ के पानी में डूब कर हो गयी है. इधर, बागमती, लखनदेई व बूढ़ी गंडक नदी का कहर झेल रहे रून्नीसैदपुर में बाढ़ की तबाही का दायरा बढ़ता जा रहा है.
इब्राहिमपुर में बागमती नदी में कटाव जारी है. इसके चलते कई घर नदी की धार में विलीन हो गये हैं. दहशतजदा लोग गांव छोड़ ऊंची जगह पर शरण लिए हुए हैं, जबकि तिलक ताजपुर व भादाडीह गांव पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिरा है. उधर, बेलसंड नगर पंचायत के वार्ड एक छप्पनबीघा में मनुषमारा नदी ने तबाही मचानी शुरू कर दी है. वार्ड के एक सौ घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. सुप्पी प्रखंड के जमला में बागमती नदी का कटाव जारी है. बाढ़ का पानी उतरने के बाद बैरगनिया में तबाही के निशान दिख रहे हैं.
अब भी मूसाचक, आदमवान, बेल व नगर पंचायत के इलाकों में बाढ़ का पानी तबाही का कारण बन गया है. इलाके की सड़कें ध्वस्त रहने से आवागमन बाधित है. ढेंग में रेलवे ट्रैक पर पानी में बहने के कारण लगातार 15 वें दिन भी ढेंग-रक्सौल के बीच ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. वहीं बैरगनिया का पूर्वी चंपारण जिले से सड़क संपर्क भी भंग रहा. उधर, जिले के अन्य इलाकों में तसवीर बदली है. बावजूद इसके परेशानी बरकरार है. बड़ी संख्या में लोग प्रशासनिक राहत शिविर, बांध व हाइवे पर शरण लिए हुए हैं. वर्तमान में जिले में बोखड़ा में 2 राहत कैंप चल रहे हैं, जहां 120 बाढ़पीड़ितों ने शरण ले रखी है.

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