बारिश ने बढ़ायी पीड़ितों की परेशानी

बारिश ने बैरगनिया के पीड़ितों का छीना आसरा शनिवार की रात से इलाके में रुक-रुक कर हो रही है बारिश सीतामढ़ी : जिले में बाढ़ और बारिश के बीच पीड़ितों की जिंदगी मंझधार में फंस गयी है. सैलाब के जारी सितम के बीच बारिश ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया. एक तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2017 10:32 AM
बारिश ने बैरगनिया के पीड़ितों का छीना आसरा
शनिवार की रात से इलाके में
रुक-रुक कर हो रही है बारिश
सीतामढ़ी : जिले में बाढ़ और बारिश के बीच पीड़ितों की जिंदगी मंझधार में फंस गयी है. सैलाब के जारी सितम के बीच बारिश ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया. एक तो पूरा इलाका बाढ़ के पानी से घिरा है और लोग अपना घर छोड़ बांध, रेलवे ट्रैक के किनारे व हाइवे पर शरण लिए हुए है, जहां पॉलीथीन व कपड़ों को टांग अपना आशियाना बना सिर छिपा रहे है, लेकिन पिछले दो दिनों से आसमान से जारी आफत की बारिश ने न केवल गरीबों का आशियाना उजाड़ दिया, बल्कि बारिश के चलते लोगों को सिर छिपाना मुश्किल हो रहा है.
सबसे ज्यादा तबाही की तस्वीर सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाइवे के रून्नीसैदपुर व बैरगनिया में बागमती तटबंध पर दिख रहीं है. जहां पिछले 22 दिनों से पनाह लिए पीड़ितों के सामने केवल बेबसी है. रून्नीसैदपुर में हाइवे के किनारे लोगों ने पॉलीथीन व कपड़ों का अपना अस्थायी ढांचा बना रखा है. जिसमें लोग अपना सिर ढ़क रहे है. लेकिन प्रकृति की टेढ़ी नजर ने लोगों को यहां भी परेशान कर रखा है.
यहीं हाल बैरगनिया के इलाके में बागमती तटबंध पर पनाह लिए हुए लोगों का है. इधर, रून्नीसैदपुर में एक बार फिर बागमती नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. पूरा इलाका पानी की गिरफ्त में है. बैरगनिया के कई इलाकों में अब भी बाढ़ का पानी बरकरार है. बाढ़ के पानी के बीच आसमान से होती आफत की बारिश के बीच विस्थापितों की जिंदगी मंझधार में फंस कर रह गयी है.
रून्नीसैदपुर के सैकड़ों परिवार फिर विस्थापित
रून्नीसैदपुर : रून्नीसैदपुर प्रखंड के भादाडीह गांव में तटबंध टूटने के बाद एक बार फिर सैकड़ों परिवार को अपना घर छोड़ हाइवे पर वापिस लौटना पड़ा है. तकरीबन बीस दिनों तक विस्थापित जिंदगी जीने व हाइवे पर दिन रात गुजार कर शुक्रवार को लोग गांव लौट हीं रहे थे की, भादाडीह का तटबंध दोबारा टूट गया और पूरा इलाका जलमग्न हो गया.
लिहाजा लोग बच्चे व मवेशी के साथ हाइवे पर पहुंच गए है. अब हाइवे पर हीं सैकड़ों लोगों का दिन व रात कट रहा है. लेकिन लगातार जारी बारिश यहां भी लोगों को रहने नहीं दे रहीं है. सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाइवे. रून्नीसैदपुर से कटौझा तक हाइवे का बीस किमी के इलाके में दो दर्जन से अधिक गांवों के लोग हाइवे के किनारे पॉलीथी व कपड़ा टांग कर दिन व रात काट रहे है. जबकी बारिश पीड़ितों के जख्मों को और कुरेद रहीं है.

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