जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन की मौत

सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर/बैरगनिया/पुपरी/बेलसंड : बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि के चलते जिले में एक बार फिर बाढ़ का कहर तेज हो गया है. रून्नीसैदपुर के बाद अब बैरगनिया, सुप्पी व बेलसंड में बागमती नदी में उफान आ गया है. बेलसंड व सुप्पी में जहां बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वहीं बैरगनिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2017 5:09 AM

सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर/बैरगनिया/पुपरी/बेलसंड : बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि के चलते जिले में एक बार फिर बाढ़ का कहर तेज हो गया है. रून्नीसैदपुर के बाद अब बैरगनिया, सुप्पी व बेलसंड में बागमती नदी में उफान आ गया है. बेलसंड व सुप्पी में जहां बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वहीं बैरगनिया के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसी बीच बाढ़ के चलते हादसों का दौर भी जारी है. बुधवार को पुपरी थाना के हरदिया गांव में जिउतिया पर्व के अवसर पर बुढनद नदी में स्नान करने गयी चार महिला व युवती नदी की तेज धार में बह गयी.

इनमें स्थानीय लोगों ने तीन को बचा लिया. जबकि हरदिया निवासी नागेश्वर दास की पुत्री सरिता कुमारी (21 वर्ष) की डूबने से मौत हो गयी. जबकि रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के ओलीपुर सरहंचिया गांव निवासी छोटेलाल पासवान की पुत्री आरती कुमारी (14 वर्ष) की मौत गांव के सरेह स्थित तराई मन में डूबने से हो गयी. वहीं सहियारा थाना के घोघराहा निवासी राम पूजन राय के पुत्र शिवजी राय (35 वर्ष) की शौच के क्रम में नदी में डूब कर हो गयी.
उधर, रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मधौल घाट के पास बागमती नदी में मंगलवार को यात्रियों से भरी नाव के डूबने से हुए हादसे में लापता रून्नीसैदपुर निवासी हरिशंकर राय के पुत्र राजेश राय (25 वर्ष) व मुजफ्फरपुर जिले के औराई थाना क्षेत्र के हनुमाननगर निवासी रघुनाथ राय की पुत्री रीति कुमारी (12वर्ष) का शव अब तक नहीं मिल सका है. एसडीआरएफ की टीम बुधवार को दूसरे दिन भी दोनों के शव की तलाश में लगी रहीं. उधर, रून्नीसैदपुर प्रखंड के भादाडीह में तीसरी बार बागमती नदी का तटबंध टूटने के बाद इलाके में एक बार फिर बाढ़ का कहर तेज हो गया है.
तटबंध टूटने के बाद रून्नीसैदपुर के डेढ़ दर्जन पंचायतों के 40 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोग अपना घर छोड़ कर न्यू रून्नीसैदपुर रेलवे स्टेशन, बागमती बांध व सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाइवे पर शरण लिए हुए है. जबकि तटबंध के बार-बार टूटने से नाराज बाढ़ पीड़ितों ने बुधवार को भादाडीह में तटबंध निर्माण कार्य को रोक दिया. वहीं मजदूरों को भगा दिया. निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने इब्राहिमपुर में तटबंध पर धरना देकर आक्रोश जताया. मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष व सीओ ने ग्रामीणों से संवेदक का समझौता कराया. अब गुरुवार से तटबंध मरम्मत का काम शुरू होगा.
इधर, नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में जारी बारिश के बाद बागमती व अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने लगा है. बागमती नदी बेलसंड, ढेंग व बैरगनिया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती नदी का पानी बैरगनिया प्रखंड के पचटकीयदु, मधु छपरा, हसीमा, विलारदे, जमुआ, पकड़िया, चकवा व मड़पा गांव के निचले इलाके में फैल गया है. जबकि लाल बकेया नदी का फुलवरिया घाट पर जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. प्रशासन ने फुलवरिया घाट पर नाव परिचालन पर रोक लगा दिया है.
पुपरी में बुढ़नद में बही चार महिला व युवतियां, एक की मौत
पुपरी : थाना क्षेत्र के हरदिया गांव स्थित बुधनद नदी में जिउतिया पर्व के लिए स्नान करने गयी महिला व युवतियों की टोली से चार महिला व युवती नदी की तेज धारा में बह गयी. ग्रामीणों ने जैसे-तैसे तीन को बचा लिया. जबकि हरदिया गांव निवासी नागेश्वर दास के करीब 21 वर्षीय पुत्री सरिता कुमारी की मौत हो गयी. बताया गया है कि जिउतिया पर्व के अवसर पर नदी में स्नान का धार्मिक महत्व है. इस क्रम में हरदिया निवासी नागेंद्र दास की पत्नी सुनीता देवी, पुत्री रागिनी कुमारी, परमेश्वर साह की पुत्री सुरुचि व नागेश्वर दास की पुत्री सरिता कुमारी समेत दर्जनों महिला व युवतियां बुढ़नद नदी में स्नान करने गयी थी.
इसी बीच नदी के पानी के तेज बहाव के चलते चारों बह गयी. शोर की आवाज सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने मल्लाह व गोताखोरों की मदद से तीन को जिंदा बचा लिया. लेकिन सरिता का पता नहीं चला. काफी मशक्कत के बाद सरिता का शव निकाला गया. मौके पर मौजूद मनोज दास, इंदर दास, पंकज कुमार साह, सुमन साह व अमित कुमार ठाकुर सहित अन्य ने बताया कि गोताखोरों की मेहनत की वजह से ही सरिता का शव निकाला जा सका. इधर, सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुपरी थाना के दारोगा बबन प्रधान ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सीतामढ़ी भेज दिया है. हरदिया पंचायत के सरपंच सुमन कुमार उर्फ कंचन ने इसकी पुष्टि की है.
सूची में हेराफेरी : रीगा : रीगा प्रथम पंचायत अंतर्गत वार्ड चार से सात तक के बाढ़ पीड़ितों ने सीओ को आवेदन देकर बाढ़ राहत सूची में हेराफेरी करने का आरोप लगाया है. बाढ़ पीड़ित विकास कुमार अशोक कुमार सिंह, सदानंद सिंह, सुधाकर सिंह, राज कपूर ठाकुर, संजीव कुमार सिंह व राज कुमार आदि ने आवेदन में बताया है कि मझौरा गांव के 4 वार्डों में सीओ द्वारा स्वीकृत सूची में व्हाइटनर लगाकर हेराफेरी किया गया है. इस संबंध में ललित कुमार सिंह व मुखिया सुनीता देवी ने बताया कि अंचल कार्यालय से सूची पंचायत को भेज दी गयी है. उसमें व्हाइटनर नहीं लगा है. वितरण के समय अगर कोई सूची में हेराफेरी किया है वह तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
लाल बकेया नदी में भी आया उफान, नाव परिचालन बंद
चक्कर काट रहे मेजरगंज के किसान: मेजरगंज . बाढ़ पीड़ित किसान अपने फसल क्षति मद की सहायता राशि के लिए प्रखंड कार्यालय स्थित कृषि कार्यालय का चक्कर काट रहे है. 15 दिन पूर्व कार्यालय से आवेदन पत्र का नमूना किसानों को दिया गया था. उसके अनुसार लगभग दो हजार से अधिक आवेदन कार्यालय में जमा हो गये. लेकिन दो दिन पूर्व कृषि कार्यालय ने उस आवेदन पत्र को निरस्त कर दिया है. नये प्रावधान के अनुसार अब किसानों को बाढ़ से क्षतिग्रस्त खेतों में खड़ा होकर इसकी तस्वीर कार्यालय में जमा करना है. साथ ही आवेदक में कई नयी शर्तें भी लगायी गयी हैं.अधिकांश पीड़ितों को अभी नये आवेदन पत्र के संबंध में जानकारी भी नहीं है. जबकि विभाग आवेदन की प्रतीक्षा कर रहा है. समाचार लिखे जाने तक 50 आवेदन भी कृषि कार्यालय में नहीं पहुंच पाया है.
बेलसंड में भी बढ़ा जलस्तर: बेलसंड . बेलसंड प्रखंड में बागमती नदी के खतरे के निशान के पार करने के बाद लोग दहशतजदा हो गये है. चंदौली में अपराह्न तीन बजे बागमती नदी का जलस्तर 59.25 सेंटीमीटर दर्ज किया गया. जो खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर ऊपर है. जलस्तर बढ़ने के बाद इलाके में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. लोग नाव के सहारे पार कर रहे है.

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