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सीतामढ़ी : शौचालय की टंकी की सफाई करने घुसे एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत

सीतामढ़ी / रीगा / मेजरगंज : सहियारा थाना के बेलाही खुर्द गांव बीन टोले में रविवार की सुबह शौचालय की टंकी की सफाई के दौरान दम घुटने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गयी. मृतकों में बेलाही खुर्द वार्ड-1 के बीन टोले निवासी बुधाई दास उर्फ प्रकाश दास के पुत्र मुकेश […]

सीतामढ़ी / रीगा / मेजरगंज : सहियारा थाना के बेलाही खुर्द गांव बीन टोले में रविवार की सुबह शौचालय की टंकी की सफाई के दौरान दम घुटने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गयी. मृतकों में बेलाही खुर्द वार्ड-1 के बीन टोले निवासी बुधाई दास उर्फ प्रकाश दास के पुत्र मुकेश दास (35 वर्ष), उसका भाई संतोष दास (18 वर्ष), चचेरा भाई लक्ष्मण दास (40 वर्ष) व रामा शंकर दास (35 वर्ष) शामिल है. जबकि बचाने के क्रम में मोहन दास गंभीर रूप से बीमार पड़ गया, जिसे इलाज के लिए पीएचसी में भरती कराया गया है.

घटना से नाराज लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर सीतामढ़ी- मेजरगंज मुख्य पथ को मौदह चौक के पास जाम कर बवाल काटा. इस दौरान मौके पर पहुंच विधायक का घेराव कर भी लोगों ने जबरदस्त जतायी जतायी. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सहियारा थानाध्यक्ष संजीव कुमार लोगों को समझा-बुझा कर जाम समाप्त कराया. वहीं, शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले गये, जहां पोस्टमार्टम बाद शवों को परिजन को सौंप दिया गया है.

बथनाहा सीओ अनिल कुमार चौधरी ने बताया है उक्त शौचालय टंकी तीन माह से बंद थी. सीओ ने आशंका जतायी है कि बंद टंकी में जहरीली मिथेन गैस उत्पन्न होने से चारों की मौत हुई है. सीओ ने सरकारी प्रावधान के तहत उचित मुआवजा दिलाने की बात कहीं है. बताया गया है कि बुधाई दास उर्फ प्रकाश दास के घर अर्द्धनिर्मित शौचालय का टंकी तीन माह से बंद था. रविवार की सुबह प्रकाश दास का पुत्र मुकेश दास टंकी के छत का सटरिंग खोलने के लिए ढक्कन हटा अंदर घुसा. काफी देर तक कोई आहट नहीं मिली, तो उसका छोटा भाई संतोष दास भी टंकी में घुसा. टंकी के अंदर से फिर किसी भी तरह की आवाज नहीं आने पर उसके चचेरे भाई लक्ष्मण दास व उसका छोटा भाई रामा शंकर दास भी बारी-बारी से टंकी में घुसा. चारों भाईयों की आवाज नहीं आने पर हंगामा मंच गया. बाद में लक्ष्मण दास का भाई मोहन दास भी टंकी में घुसा.

इधर, परिजनों की शोर पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और जैसे-तैसे टंकी में सीढ़ी डाल घुस कर पांचों को रस्सी से बांध बाहर निकाला. ग्रामीणों द्वारा पांचों को इलाज के लिए निकटतम रीगा पीएचसी में भरती कराया गया. जहां चिकित्सकों ने चार को मृत करार दिया. जबकी मोहन दास को भर्ती कर इलाज शुरू किया. जहां उसकी चिकित्सा जारी है. इसके बाद परिजन शव लेकर मौदह पहुंचे, जहां सड़क जाम कर प्रदर्शन करना शुरू किया. मौके पर पहुंची सहियारा पुलिस ने जाम समाप्त कराया. वहीं, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. घटना को लेकर इलाके में चर्चाओं का बाजार गरम है. कुछ लोग इसे जादू-टोना बता रहे है. हालांकि, इसके पूर्व बालू निकालने के दौरान चारों के मनुषमारा नदी में डूब कर मौत होने की अफवाह भी जम कर फैली रहीं.

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