सीतामढ़ी के चिकित्सकों ने निजी सुरक्षा एजेंसी को सौंपी सुरक्षा की बागडोर
सीतामढ़ी : जिले के चिकित्सकों की सुरक्षा की कमान ‘कैच’ सिक्योरिटी सर्विस नामक निजी सुरक्षा एजेंसी ने सोमवार से विधिवत थाम ली है. सीतामढ़ी डॉक्टर्स सिक्योरिटी फोर्स (एसडीएसएफ) के तहत सोमवार से जिले के 51 निजी क्लिनिक समेत 80 चिकित्सकों की सुरक्षा की बागडोर कैच सिक्योरिटी सर्विस ने थाम ली है. सोमवार को डुमरा रोड […]
सीतामढ़ी : जिले के चिकित्सकों की सुरक्षा की कमान ‘कैच’ सिक्योरिटी सर्विस नामक निजी सुरक्षा एजेंसी ने सोमवार से विधिवत थाम ली है. सीतामढ़ी डॉक्टर्स सिक्योरिटी फोर्स (एसडीएसएफ) के तहत सोमवार से जिले के 51 निजी क्लिनिक समेत 80 चिकित्सकों की सुरक्षा की बागडोर कैच सिक्योरिटी सर्विस ने थाम ली है. सोमवार को डुमरा रोड स्थित आरएस उत्सव पैलेस के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में इस सेवा का विधिवत उद्घाटन किया गया. मुख्य अतिथि सह लोक अभियोजक अरुण कुमार सिंह, आइएमए अध्यक्ष डॉ युगल किशोर प्रसाद, एसडीएसएफ के अध्यक्ष डॉ निर्मल कुमार गुप्ता, सचिव डॉ जय शंकर प्रसाद व संयोजक डॉ एसके वर्मा के साथ साथ वरीय चिकित्सकों ने हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ किया.
इस अवसर पर लोक अभियोजक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक सुरक्षित व भयमुक्त रहेंगे, तभी मरीजों को अच्छी सेवा दे सकेंगे. आये दिन निजी नर्सिंग होम व अस्पताल में हंगामा कर चिकित्सक को नुकसान पहुंचाने के मामले सामने आते रहते हैं. इसका दुष्प्रभाव मरीजों को ही भुगतना पड़ता है. चिकित्सक को भी मरीज के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए. एसडीएसएफ के संयोजक डॉ एसके वर्मा ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व व उपद्रवियों द्वारा चिकित्सक पर हमले किये जाते रहे हैं. क्लिनिक व नर्सिंग होम में तोड़फोड़ से चिकित्सा व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. कोई भी चिकित्सक जान-बूझ कर अपने मरीज को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता है.
कैच सिक्योरिटी के निदेशक सदन मोहन ने बताया कि 35 सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात किये जा रहे हैं, जो दिन-रात क्लिनिक में भ्रमण करते रहेंगे. साथ ही असामाजिक तत्वों से निबटेंगे.