अब शातिर कैदियों पर कसेगा शिकंजा
जेल कर्मियों की होगी फुलप्रूफ ट्रेनिंग सीतामढ़ी : मंडल कारा में अब दबंग कैदियों की नहीं चलेगी. जेल प्रशासन ऐसे कैदियों पर शिकंजा कसेगा. सीतामढ़ी मंडल कारा के अधीक्षक से लेकर कक्षपालों तक की हाजीपुर में ट्रेनिंग क्लास लगेगी. बिहार सरकार के कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय द्वारा उक्त कवायद की जा रही है. जेल […]
जेल कर्मियों की होगी फुलप्रूफ ट्रेनिंग
सीतामढ़ी : मंडल कारा में अब दबंग कैदियों की नहीं चलेगी. जेल प्रशासन ऐसे कैदियों पर शिकंजा कसेगा. सीतामढ़ी मंडल कारा के अधीक्षक से लेकर कक्षपालों तक की हाजीपुर में ट्रेनिंग क्लास लगेगी.
बिहार सरकार के कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षणालय द्वारा उक्त कवायद की जा रही है. जेल विभाग के सूत्रों के अनुसार, 15 नवंबर को हाजीपुर में विभाग का अत्याधुनिक प्रशिक्षण संस्थान विधिवत् तौर पर काम करने लगेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं बिहार सुधारात्मक प्रशिक्षण संस्थान(बीआइसीए) का उद्घाटन करेंगे. सीतामढ़ी मंडल कारा के कर्मियों को भी उक्त संस्थान के माध्यम से ट्रेंड किया जायेगा.
बताया जाता है कि विभागीय स्तर पर पहले कोई ट्रेनिंग सेंटर नहीं था.
जहां विभाग के अधिकारियों से लेकर कक्षपालों तक को प्रशासनिक व व्यावहारिक ज्ञान दिया जायेगा. प्रशासन ने यह माना है कि जेल के भीतर कई बार कैदियों की दबंगता अथवा अन्य कारणों से प्रशासनिक पकड़ ढ़ीली पड़ जाती है, जिससे जेल के अंदर अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
जेल के अंदर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए जेल अधीक्षक से लेकर कक्षपालों तक की ट्रेनिंग की जरूरत महसूस की जा रही थी. गौरतलब है कि बिहार पुलिस भवन निर्माण की ओर से करीब 10 एकड़ भू-भाग में संस्थान का निर्माण कराया गया है.
इसे ग्रीन बिल्डिंग का नाम दिया गया है, जहां ट्रेनिंग के दौरान अधिकारियों व जवानों के रहने व खाने-पीने की व्यवस्था उपलब्ध होगी.
किन-किन लोगों की होगी ट्रेनिंग
जेल अधीक्षक, उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक, जेल डॉक्टर, कंपाउंडर, ड्रेसर, जेलर, सहायक जेलर, लिपिक, उच्च कक्षपाल, कक्षपाल आदि.
हाजीपुर में ट्रेनिंग लेंगे अधीक्षक व कक्षपाल
15 से काम करने लगेगा बिहार सुधारात्मक प्रशिक्षण संस्थान
क्या सीखेंगे अधिकारी व जवान
क्रिमिनल लॉ, जेल मैनुअल, नैतिक शिक्षा, प्राथमिक उपचार के गुर, हाइजीन कंप्यूटर, मोबाइल एप्लीकेशन, सामाजिक ज्ञान, अकाउंटिंग, वित्तीय प्रबंधन, न्याय व विधि की जानकारियां, आपराधिक मनोविज्ञान आदि.
शिफ्ट से ही ट्रेिनंग
बीआइसीए के निदेशक वीसीपी सिंह कहते हैं कि जेल के अफसरों व कर्मियों को हर प्रकार से प्रशासनिक ट्रेंड के लिए संस्थान के कोर्स में भाग लेना अनिवार्य होगा. यहां प्रशिक्षण लेने के बाद ही अधिकारियों व जवानों की जेल में तैनाती होगी. शिफ्ट के अनुसार ट्रेनिंग की व्यवस्था की गयी है.
वीसीपी िसंह, बीआइसीए िनदेशक