जदयू नेता बोले, दहेज प्रथा को जड़ से करें समाप्त

जिला सम्मेलन. कार्यकर्ताओं ने दहेज उन्मूलन के लिए ली शपथ सीतामढ़ी : जिला जदयू का जिला कार्यकर्ता सम्मेलन शुक्रवार को शहर के तलखापुर स्थित जदयू कार्यालय में आयोजित किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता व मंच संचालन जिलाध्यक्ष ज्याउद्दीन ख़ान ने किया. कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि नालांदा सांसद कौशलेंद्र कुमार, राज्यसभा सांसद कहकशां प्रवीण, पार्टी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2017 6:33 AM

जिला सम्मेलन. कार्यकर्ताओं ने दहेज उन्मूलन के लिए ली शपथ

सीतामढ़ी : जिला जदयू का जिला कार्यकर्ता सम्मेलन शुक्रवार को शहर के तलखापुर स्थित जदयू कार्यालय में आयोजित किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता व मंच संचालन जिलाध्यक्ष ज्याउद्दीन ख़ान ने किया. कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि नालांदा सांसद कौशलेंद्र कुमार, राज्यसभा सांसद कहकशां प्रवीण, पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन, जिला प्रभारी सह महनार विधायक उमेश कुशवाहा, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष कंचन गुप्ता, विधायक डा रंजु गीता, प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व सांसद नवल किशोर राय, विधान पार्षद राजकिशोर कुशवाहा व विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
उक्त अतिथियों का स्वागत युवा जदयू के सीतामढ़ी व शिवहर जिलाध्यक्ष क्रमश: राहुल कुमार सिंह, विशाल गौरव, जिला परिषद उपाध्यक्ष देवेंद्र साह, प्रदेश महासचिव सुजीत झा के अलावा मो अरमान अली, मजहर अली, बिपिन कुमार झा, मो गुलाब, पिंटु कुमार तमन्ना, रणा सिंह व दिनेश शर्मा समेत अन्य ने माला पहना कर किया. जिला सम्मेलन में नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश कुमार के संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए दहेज उन्मूलन को लेकर शपथ ग्रहण किया. सम्मेलन में मुख्य रूप से संगठन की मजबूती, बाल विवाह निषेद्य, दहेज मुक्त बिहार एवं शराबबंदी पर चर्चा की गई. खासतौर पर संगठन को मजबूत बनाने पर बल दिया गया. मौके पर दहेज उन्मूलन को लेकर नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर जागरूकता फैलाने का संदेश भी दिया गया.
दहेज ने विवाह को बना दिया घिनौना व्यापार
नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सीएम नीतीश कुमार की सोच को जन-जन तक पहुंचाने का कार्यकर्ताओं से आह्वान किया. सरकार के सात निश्चय योजना की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने की अपील की. राज्यसभा सांसद कहकशां प्रवीण ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सीएम द्वारा छेड़ी गयी जंग में कार्यकर्ताओं से सहयोग की अपील की. कहा कि हमारी सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए काफी काम किया है. उन्होंने लड़की की शादी 18 एवं लड़के की शादी 21 वर्ष में, लड़का-लड़की में फर्क बंद करने, बाल विवाह व दहेज प्रथा को जड़ से समाप्त करने पर बल दिया.
राजद सुप्रीमो लालू यादव पर ईशारों से तंज कसते हुए कहा की हमारी पार्टी और नीतीश कुमार के बदौलत एक परिवार को दोबारा बिहार के सत्ता में जगह मिली. जिसका नाजायज फायदा उठाया गया. पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा की असली जदयू सीएम नीतीश का है. आज कोर्ट ने भी सीएम के पक्ष में फैसला सुना दिया है. अब तीर छाप हमारा है. फैसले को लेकर उन्होंने कहा सत्य पराजित हो सकता है पर परेशान नहीं. नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए सदैव चिंतन व मनन करते रहे हैं. शराबबंदी से सबसे ज्यादा महिलाओ की चेहरे पर खुशी है. अब बिहार एक बार फिर परिवर्तन की बयार बह रही है.
प्रदेश अध्यक्ष कंचन गुप्ता ने सरकार के सात निश्चय के बारे में विस्तार से बताते हुए दहेज प्रथा पर कहा कि इस प्रथा के विरुद्ध समाज में जागरूकता लाने की जरूरत है. दहेज प्रथा एक ऐसी बीमारी बन गर्इ है, जो समाज के हर वर्ग तक पहुंच चुकी है. इस कारण महिलाओं का आज भी शोषण हो रहा है. उन्होंने दहेज वाले शादी में शामिल नहीं होने की अपील की. उन्होंने महिला सशक्तिकरण में दहेज प्रथा को बाधक बताते हुए इसके खिलाफ मुख्यमंत्री द्वारा चलाये जा रहे अभियान को सफल बनान पर बल दिया.
विधायक उमेश कुशवाहा ने कहा कि समाज में आज दहेज प्रथा एक ऐसी कुप्रथा बन गयी है, जिसने विवाह जैसे पवित्र बंधन को एक घिनौना व्यापार बना दिया है. वहीं स्थानीय नेता विधायक डॉ रंजू गीता, पूर्व सांसद नवल किशोर राय, विधान पार्षद राजकिशोर सिंह कुशवाहा, जिला परिषद उपाध्यक्ष सह पंचायत राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष देवेंद्र साह व विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने जिले के विकास को लेकर हमेशा प्रयत्नशील रहने की बात कही. उन्होंने कार्यकर्ताओं से क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराने की अपील करते हुए उसके निदान के लिए हरसंभव प्रयास करने की बात कही. कहा की सरकार की नई कानून दहेज प्रथा को सभी कार्यकर्ता मिलकर आमजन तक पहुंचाये. दहेज प्रथा के कारण ही आज भी बेटियां गर्भ में ही मार दी जाती है. मौके पर कई स्थानीय नेताओं ने भी अपने-अपने विचारों को रखा. जिला जदयू की ओर से बागमती एवं अधवाड़ा सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण योजना को पुनजिर्वित करने, लक्ष्मणा नदी की उड़ाही, बंद पड़े राजकीय नलकूप को चालू कराने व जिले के धार्मिक व सांस्कृतिक स्थलों को विकसित कर सीता सर्किट बना कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने समेत 18 मांगों से संबंधित माग-पत्र सौंपा गया. मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद सिंह के अलावा बबलू मंडल, अजय मंडल, शंकर बैठा व बिकाऊ महतो समेत अन्य मौजूद थे.

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