हॉल्ट के लिए दो घंटे रोकी ट्रेन

मांग . सीतामढ़ी रेलखंड के आजमगढ़ में ग्रामीणों ने ट्रैक पर दिया धरना सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर जानेवाली ट्रेन को रोक लोगों ने जताया आक्रोश सात साल से हॉल्ट निर्माण नहीं होने के खिलाफ में किया प्रदर्शन सीतामढ़ी : पिछले छह साल से हॉल्ट स्टेशन के निर्माण को लेकर आंदोलन कर रहे डुमरा थाना के आजमगढ़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2017 6:27 AM

मांग . सीतामढ़ी रेलखंड के आजमगढ़ में ग्रामीणों ने ट्रैक पर दिया धरना

सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर जानेवाली ट्रेन को रोक लोगों ने जताया आक्रोश
सात साल से हॉल्ट निर्माण नहीं होने के खिलाफ में किया प्रदर्शन
सीतामढ़ी : पिछले छह साल से हॉल्ट स्टेशन के निर्माण को लेकर आंदोलन कर रहे डुमरा थाना के आजमगढ़ के ग्रामीणों ने मंगलवार को एक बार फिर सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलखंड के आजमगढ़ गांव में जहां घंटों ट्रेन रोक कर आक्रोश जताया.
वहीं रेलवे ट्रैक पर धरना देकर आक्रोश जताया. आजमगढ़ में महेश तुलसी दास रेलवे हॉल्ट निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन व रेलवे के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. नाराज लोगों ने सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर जाने वाली सवारी गाड़ी को दो घंटे तक आजमगढ़ में रोके रखा. समाजसेवी महेश दास के नेतृत्व में आंदोलन कर रहे ग्रामीणों के उग्र तेवर की सूचना पर जीआरपी प्रभारी तपेश्वर प्रसाद व डुमरा थानाध्यक्ष विकास कुमार सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंचे.
जहां जीआरपी प्रभारी ने आंदोलन के नेतृत्व कर्ता महेश दास के साथ वार्ता कर लोगों का धरना समाप्त कराया. वहीं ट्रेन को मुजफ्फरपुर के लिए रवाना कराया. बताते चले साल 2011 में इस रेलखंड पर ट्रेनों के परिचालन शुरू होने के साथ ही आजमगढ़ के ग्रामीण हॉल्ट स्टेशन की मांग कर रहे है.
इस क्रम में ग्रामीणों द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को प्रस्तावित हॉल्ट स्टेशन के पास आजमगढ़ में रेलवे ट्रैक पर धरना दिया गया. इसी बीच मुजफ्फरपुर आनेवाली ट्रेन मौके पर पहुंची. जहां ग्रामीणों ने पटरी पर लेट कर ट्रेन को रोक विरोध जताया. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे जीआरपी प्रभारी के साथ हुई वार्ता में ग्रामीणों ने जहां हॉल्ट निर्माण की मांग को जायज बताया, वहीं कहा की पूर्व में जांच अधिकारी द्वारा आजमगढ़ को हॉल्ट बनाने का कोई औचित्य नहीं होने संबंधित गलत रिपोर्ट भेजे जाने के चलते यहां हॉल्ट का निर्माण नहीं हो सका. बताया की पूर्व में भी आंदोलन किया गया था, लेकिन सिवाय आश्वासन कुछ नहीं मिला. जीआरपी प्रभारी ने पत्राचार के माध्यम से विभागीय एसपी को जानकारी देने व समस्या के समाधान का आश्वासन दिया.
हालांकि ग्रामीणों ने स्पष्ट किया की अगर 10 दिनों के भीतर हॉल्ट की स्वीकृति नहीं मिली तो वे फिर रेल चक्का जाम करेंगे. इधर, ट्रेन रोके जाने के कारण सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलखंड पर दो घंटे तक परिचालन बाधित रहा.

Next Article

Exit mobile version