सीतामढ़ीः पुपरी प्रखंड मुख्यालय स्थित मारवाड़ी मध्य विद्यालय के प्रधान शिक्षक मोहन साह फंस गये हैं. उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. उन पर एमडीएम के चावल की कालाबाजारी का दाग लगा है. बीइओ ने श्री साह के साथ उस व्यक्ति के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसके घर से एमडीएम का सात बैग चावल बरामद किया गया था.
जानकारों का कहना है कि प्रधान श्री साह की गिरफ्तारी होने के साथ उन पर निलंबन की कार्रवाई होगी. विभागीय कार्रवाई भी तय है.हालांकि श्री साह ने कहा है कि विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष व सचिव ने बात नहीं मानने पर एक साजिश के तहत फंसा दिया है. यह सब साजिश का परिणाम है. इस साजिश में विद्यालय की प्रधान रसोइया जगतारण देवी भी शामिल हैं. चावल की बरामदगी के बाद बीइओ ने चावल के भंडार गृह व पंजी की जांच की थी. जांच में अधिक चावल पाया गया था. बीइओ का मानना था कि अधिक बच्चों की हाजिरी बना कर इस चावल को बचाया गया है ताकि इसकी कालाबाजारी की जा सके. वहीं प्रधान का कहना है कि वह चावल नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सिंगियाही का है.
यह विद्यालय भी उन्हीं के स्कूल परिसर में चलता है. इस मामले के उजागर होने के एक दिन पूर्व हीं विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष पप्पू शिवहरे व अन्य ने डीएम समेत अन्य को पत्र भेज प्रधान श्री साह के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाये थे, जिसमें एमडीएम की चावल की गड़बड़ी का भी आरोप लगाया गया था. इस मामले की जांच होती और कार्रवाई की जाती, इससे पूर्व श्री साह बेनकाब हो गये. वैसे प्रधान कहते हैं कि उनकी कोई गलती नहीं है. बताया कि अध्यक्ष व सचिव एमडीएम, छात्रवृत्ति व पोशाक वितरण में अपना चलाना चाहते हैं. यानी दोनों गलत करने को कहते हैं.
भंडार गृह की चाबी की बाबत प्रधान का कहना था कि वे चाबी रसोइया जगतारण देवी को दिये थे, जबकि बीइओ व पुलिस की पूछताछ ने रसोइया ने चाबी नहीं मिलने की बात कही थी. उसकी बातों से यह माना गया कि प्रधान के पास चाबी था और उन्होंने चावल की कालाबाजारी की कोशिश की थी. यह बात अलग है कि प्रधान श्री साह दावा कर रहे हैं कि साजिश में रसोइया भी शामिल थी, जिसके चलते वह चाबी मिलने की बात से इनकार कर गयी थी.