आय से अधिक संपत्ति मामले में एसवीयू की बड़ी कार्रवाई, IAS दीपक आनंद के 4 ठिकानों पर छापेमारी

सीतामढ़ी/पटना/कटिहार : बिहार में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की टीम ने बुधवार को आइएएस अधिकारी व सारण के पूर्व डीएम दीपक आनंद के सीतामढ़ीमें कोट बाजार स्थित आवास पर छापेमारी की.दीपक आनंद पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीतामढ़ी स्थित आवास के अलावा मुजफ्फरपुर, पटना और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2018 7:59 PM

सीतामढ़ी/पटना/कटिहार : बिहार में विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की टीम ने बुधवार को आइएएस अधिकारी व सारण के पूर्व डीएम दीपक आनंद के सीतामढ़ीमें कोट बाजार स्थित आवास पर छापेमारी की.दीपक आनंद पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीतामढ़ी स्थित आवास के अलावा मुजफ्फरपुर, पटना और कटिहार में छापेमारी चल रही है. सीतामढ़ी स्थित आवास पर दीपक आनंद के माता व पिता पद्मशंकर चौधरी से टीम पूछताछ कर रही है. एसवीयू की टीम ने दोपहर एक बजे उनके आवास पर पहुंचकर छापेमारी शुरू की.

छापेमारी के दौरान आवास पर किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गयी थी. 2007 बैच के आइएएस दीपक आनंद के सीतामढ़ी स्थित आवास से जेवरात, नगद व जमीन में निवेश के कागजात मिलने की बात सामने आ रही है. टीम की अगुवाई एसवीयू के आइजी रत्न संजय कटियार कर रहे हैं. छापेमारी दल में शामिल एसवीयू के एक अधिकारी ने बताया कि आनंद के विरुद्ध पब्लिक शिकायत मिली थी. यह भी सूचना प्राप्त हुई थी कि उन्होंने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति अर्जित कर रखी है. इसको लेकर एसवीयू में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट लेकरदीपक आनंद के विभिन्न ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की गयी है. जेवरात का मूल्य आंकने के लिए ज्वेलरी कारीगर को बुलाया गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि आवास पर दीपक के केवल माता-पिता रहते हैं.

छापेमारी में दीपक आनंद के यहां मिली करोड़ों की संपत्ति

पटना : आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में एसवीयू (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) की विशेष टीम ने 2007 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक आनंद के चार ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया है. इसमें पटना, सीतामढ़ी, कटिहार और गोड्डा (झारखंड) में स्थित स्थान शामिल हैं. अब तक की जांच में करीब तीन करोड़ की अवैध संपत्ति सामने आ चुकी है. यह उनकी वैध आय से करीब 1940 गुणा ज्यादा है. फिलहाल देर रात तक छापेमारी चलने की संभावना है. जब्त हुए सभी कागजातों की जांच करने के बाद ही यह स्पष्ट हो जायेगा कि कुल कितने की अवैध संपत्ति बरामद हुई है.

पटना के सर्किट हाॅउस में भी छापा
वर्तमान मेंदीपकआनंद पटना के सर्किट हॉउस में रहते थे, वहां भी छापेमारी की गयी. उनके कमरे से 25 लाख के किसान विकास पत्र, 27.50 लाख रुपये पोस्टल विभाग की अलग-अलग स्कीम में निवेश, 25 लाख रुपये की ज्वेलरी खरीद के कागजात और अन्य कई महत्वपूर्ण कागजात बरामद किये गये हैं. इसके अलावा सीतामढ़ी के कोर्ट बाजार स्थित उनके पैतृक आ‌वास से करोड़ों रुपये के निवेश और जमीन के कागजात मिले हैं. इसमें पटना के पीएंडएम मॉल में दो दुकानों के कागजात भी शामिल हैं. इसमें एक दुकान का उल्लेख उन्होंने राज्य सरकार को दी गयी अपनी संपत्ति के ब्योरा में भी किया है.

जनवरी, 2017 में नाव हादसा के बाद पद से हटाये गये थे दीपक आनंद
आइएएस दीपक आनंद वर्ष 2016 में छपरा के डीएम थे. वर्ष 2017 के जनवरी में पतंग उत्सव के दौरान हुए नाव हादसा के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. तब से वह वेटिंग फॉर पोस्टिंग में ही चल रहे थे और 10 महीने से ज्यादा समय से वह पटना के सर्किट हॉउस में ही शरण लिये हुए थे. उन्होंने अपने छपरा कार्यकाल के दौरान तत्कालीन एसपी पंकज राज के खिलाफ वहां के नयागांव थाना में बालू के अवैध खनन का मामला दर्ज करवाया था. बाद में यह मामला निगरानी ब्यूरो में ट्रांसफर कर दिया गया. निगरानी की जांच में बालू के अवैध खनन और इसके ट्रांसपोर्टेशन में तत्कालीन डीएम और एसपी दोनों को दोषी पाया गया. निगरानी ने एफआईआर दर्ज कर ली है.

विजिलेंस ने आईएस की पत्नी का रूम किया सील
कटिहार : आईएएस दीपक आनंद की पत्नी डॉ शिखा रानी के मेडिकल कॉलेज स्थिति आवासीय छात्रावास में बुधवार की शाम छापा मारा. इस दौरान आईएएस की पत्नी छात्रावास में नहीं थी. विजिलेंस की टीम आवश्यक दस्तावेज सहित अन्य प्रक्रिया पूरी कर कमरे को सील कर पटना निकल गयी. बताते चले कि डीएम दीपक आनंद डॉ शिखा रानी पत्नी जो कटिहार मेडिकल कॉलेज में पीजी की छात्रा है. मेडिकल कॉलेज स्थित आवास में छापेमारी के क्रम में डॉ शिखा रानी अपने कमरे में मौजूद नहीं थी.

2007 बैच के आईएएस दीपक आनंद
दीपक आनंद 2207 बैच के आईएएस अधिकारी है. उनकी पहली पोस्टिंग एसडीओ बेतिया में हुआ था. तदोपरांत वे बांका डीएम व उसके बाद छपरा डीएम के पद पर पदस्थापित थे. फिलहाल वह पंचायती राज निदेशक के रूप में पदस्थापित होने की सूचना प्राप्त हो रही है.

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