350 वोटरों पर है चुनाव का पूरा दारोमदार

कल मतदान व मतगणना दोनों सीतामढ़ी : सहकारिता बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में अब दो दिन शेष रह गये है. दोनों पद के दो-दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. 18 जनवरी को मतदान को लेकर दोनों पदों को लेकर प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर है. अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे विमल शुक्ला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2018 5:35 AM

कल मतदान व मतगणना दोनों

सीतामढ़ी : सहकारिता बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में अब दो दिन शेष रह गये है. दोनों पद के दो-दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. 18 जनवरी को मतदान को लेकर दोनों पदों को लेकर प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर है.
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे विमल शुक्ला के चुनाव से अपने को अलग कर लिए जाने से इस बार का चुनाव कुछ अधिक रोचक हो गया है. निवर्तमान अध्यक्ष पंकज कुमार अपनी कुर्सी को बरकरार रखने के लिए जद्दोजहद कर रहे है तो मधु प्रिया पहली ही कोशिश में अध्यक्ष की कुर्सी हासिल कर लेने के लिए अपने समर्थकों के साथ वोटरों से लगातार संपर्क कर रही है. गत चुनाव में प्रत्याशी श्री कुमार को बैंक के पूर्व अध्यक्ष विमल शुक्ला का समर्थन हासिल था.
इस बार श्री शुक्ला ने कतिपय कारणों से अपना पत्ता नहीं खोला कि किस प्रत्याशी को उनका समर्थन हासिल होगा. संभवतः इसी कारण जानकारों का कहना है कि प्रत्याशी श्री कुमार के लिए यह चुनाव कठिन हो गया है. यह भी चर्चा है कि अध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर चुनाव मैदान में उतरे दोनों प्रत्याशियों को परदे के पीछे से कई दिग्गज राजनेताओं की सरपरस्ती व मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है. खासतौर पर एक पूर्व मंत्री के चुनाव में सक्रियता को लेकर चर्चा है.
दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त: 18 जनवरी को मतदान होना है. डुमरा प्रखंड कार्यालय स्थित सामुदायिक भवन में सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान के बाद उसी दिन मतगणना होगी. उस दौरान विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए सदर एसडीओ सतेंद्र कुमार ने दंडाधिकारी के रूप में प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक सुनील कुमार व मनरेगा पीओ आलोक नाथ झा व सीडीपीओ, डुमरा ग्रामीण श्वेता की प्रतिनियुक्ति की है. विधि व्यवस्था के वरीय प्रभार में डुमरा बीडीओ व थानाध्यक्ष रहेंगे.
चार पदों पर नामांकन नहीं
बताया गया है कि नामांकन के अभाव में निदेशक के चार पद रिक्त रह गये है. इन पदों में ग्रुप-एक में निदेशक, अनुसूचित जाति एवं जनजाति का दो पद, अतिपिछड़ा वर्ग प्रोफेशनल का एक पद एवं ग्रुप तीन में प्रोफेशनल सामान्य वर्ग का एक पद शामिल है. जानकारों का कहना है कि लोगों का सहकारिता की राजनीति से मोहभंग होते जा रहा है. अब पहले वाली बात नहीं रह गयी है. इसी कारण चार पदों के लिए किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया. यानी जब तक चारों पद खाली रहता है, तब तक उस समाज के किसानों को प्रतिनिधित्व करने वाले का इंतजार रहेगा. जानकारों ने इसे सहकारिता विभाग, विभागीय राजनीति व किसानों के हित में उचित नहीं बताया है.
इन पदों पर हुआ निर्विरोध चुनाव: निदेशक सामान्य कोटि पुरुष व महिला पद पर क्रमशः विपिन कुमार झा व मधु प्रिया, अतिपिछड़ा वर्ग के एक पद पर राजदेव साह, प्रोफेशनल सामान्य कोटि के एक पद पर वीरेंद्र सिंह, ग्रुप-दो सामान्य कोटि के एक पद पर फेकन मुखिया व ग्रुप-तीन सामान्य कोटि के एक पद पर रामबाबू सिंह निर्विरोध चुने गये है.

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