बाजपट्टी में शादी के दूसरे दिन ही उठी दूल्हे की अर्थी

बाजपट्टी (सीतामढ़ी) : थाना क्षेत्र के पथराही गांव में एक युवक की शादी के दूसरे दिन ही अचानक मौत हो गयी. घटना छह मार्च की है. घटना को सुनकर हर कोई हैरान है. किसी को एक पल विश्वास नहीं हो रहा है कि जिसके हाथों पर लगी मेहंदी के रंग फीके नहीं हुए थे कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 8, 2018 5:30 AM

बाजपट्टी (सीतामढ़ी) : थाना क्षेत्र के पथराही गांव में एक युवक की शादी के दूसरे दिन ही अचानक मौत हो गयी. घटना छह मार्च की है. घटना को सुनकर हर कोई हैरान है. किसी को एक पल विश्वास नहीं हो रहा है कि जिसके हाथों पर लगी मेहंदी के रंग फीके नहीं हुए थे कि वह विधवा हो गयी. मौत के 20 घंटे बाद हरिश्चंद्र मुखिया के शव का दाह-संस्कार किया गया. मौत से दूल्हे के घर में कोहराम मचा है. बताया जाता है कि पांच मार्च को नरेश मुखिया के पुत्र हरिश्चंद्र मुखिया शादी के लिए बरात लेकर मधुबनी जिले के शिवनगर गांव पहुंचा.

बाजपट्टी में शादी
मातवर मुखिया की पुत्री दिलतोरी कुमारी से उसकी शादी हुई. शिवनगर में बरातियों के पहुंचते ही दुल्हन पक्ष के लोग दूल्हे के प्रति तरह-तरह की टिप्पणी करने लगे. फिर सब कुछ ठीक ठाक था. उसके चाचा श्रवण मुखिया ने बताया कि जयमाला के मंच पर जाने के दौरान एक वृद्ध महिला दूल्हे से टकरा गयी. उसके बाद लड़के की मानसिक स्थिति बिगड़ गयी. वह अलग तरह की हरकतें करने लगा. हरिश्चंद्र बरातियों व अन्य लोगों से उलझने लगा. चाचा श्रवण ने बताया कि वृद्ध महिला ने दूल्हे पर जादू-टोना कर दिया. इसके चलते उसकी मानसिक हालत खराब हो गयी थी. वह अनाप-शनाप बकने लगा था.
दूल्हा हरिश्चंद्र बोल रहा था कि जब लड़की को कुंवारी रखने को कहा था, तो उसकी शादी क्यों कर रहा है. इस तरह से वह कुछ भी बकने लगा. किसी तरह शांति बहाल कर शादी करायी गयी. छह मार्च की सुबह हरिश्चंद्र दुल्हन को लेकर घर पहुंचा. उसी दिन शाम करीब चार बजे दुल्हन अपने मायके चली गयी. करीब ढ़ाई घंटे के बाद ही दूल्हे की मौत हो गयी. वह अपने कमरे में बेड पर मृत पाया गया. मौत के कारणों की जानकारी नहीं मिल सकी है.
शादी के लिए दिल्ली से घर आया था हरिश्चंद्र
बताया गया है कि हरिश्चंद्र दिल्ली में मजदूरी करता था. होली व शादी के लिए वहां से घर आया था. चार भाई व दो बहनों में हरिश्चंद्र सबसे बड़ा था. उसके पिता किसान हैं. परिजन मंगलवार से ही इस बात के लिए मूड बनाये थे कि शव को लेकर शिवनगर चला जाये और उस वृद्ध महिला को पकड़ कर जिंदा करने के लिए कहा जाये. किसी कारण बात नहीं बनी और बुधवार को दाह-संस्कार कर दिया गया. समाचार लिखे जाने तक परिजनों की ओर से इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी गयी थी.
कहते हैं थानाध्यक्ष
बाजपट्टी थानाध्यक्ष कंचन भास्कर ने बताया कि घटना की बाबत मृतक के परिजन से लिखित या मौखिक सूचना नहीं मिली. ग्रामीणों से खबर मिलने के बाद मौके पर पहुंचा. परिजन शव को दाह-संस्कार के लिए ले जा रहे थे.

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