बिहार : नाबालिग से शादी रचानेवाला भेजा गया जेल, बराती, पुजारी, नाई, डीजे व रथ संचालक पर भी प्राथमिकी दर्ज
बाल विवाह कानून का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रशासन सजग शादी कराने को लेकर लड़की के मामा-मामी भी बने आरोपित रीगा (सीतामढ़ी) : बाल विवाह कानून का सख्ती से पालन करते हुए जिला पुलिस ने जयमाला के बाद नाबालिग दुल्हन से सात फेरे लेने की तैयारी कर रहे दूल्हा कैलाश कुमार सिंह को […]
बाल विवाह कानून का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रशासन सजग
शादी कराने को लेकर लड़की के मामा-मामी भी बने आरोपित
रीगा (सीतामढ़ी) : बाल विवाह कानून का सख्ती से पालन करते हुए जिला पुलिस ने जयमाला के बाद नाबालिग दुल्हन से सात फेरे लेने की तैयारी कर रहे दूल्हा कैलाश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया. सोमवार की घटना के बाद मंगलवार को कैलाश को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया गया.
पुलिस ने बाल विवाह में शामिल होनेवाले अज्ञात बराती, दूल्हा, उसके मां-बाप, दुल्हन के मां-बाप, मामा-मामी के अलावा पंडित, नाई, बैंड पार्टी, डीजे संचालक व रथ मालिक पर भी प्राथमिकी दर्ज की है. बाल विवाह को लेकर जिले में पहली दफा पुलिस के कड़े कदम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस संबंध में थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि बाल विवाह कानून का उल्लंघन करते हुए दोनों की शादी करायी जा रही थी. दोनों नाबालिग हैं. लिहाजा उनकी शादी कानूनन अपराध है. शादी में शामिल व सहयोग करनेवाले सभी लोगों को चिह्नित कर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
माजरा समझ मौके से भाग निकले पुरोहित आैर नाई
पूरे मामले का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि पुलिस को शादी की खबर करनेवाले उपेंद्र मंडल को दुल्हन के बारे में पूरी जानकारी थी. नगर थाने के बरियारपुर गांव निवासी प्रदीप सिंह ने पिछले वर्ष अपनी नाबालिग पुत्री रेणु कुमारी को शादी की नीयत से अगवा करने की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
सुरसंड थाने के रधाउर गांव निवासी रामा मंडल के पुत्र उपेंद्र मंडल को आरोपित किया गया था. पुलिस ने उपेंद्र को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इधर, प्रदीप सिंह ने पुत्री की शादी सुरसंड थाने के मझौलिया गांव निवासी विरजन सिंह के पुत्र कैलाश कुमार सिंह से तय की थी. 12 मार्च को दोनों की शादी लड़की के ननिहाल साखी गांव से तय थी. इधर, अपहरण मामले में गिरफ्तार उपेंद्र मंडल जमानत पर जेल से बाहर निकला, तो उसे जानकारी मिली कि प्रदीप सिंह अपनी पुत्री की शादी करवा रहा है.
उपेंद्र पर प्राथमिकी दर्ज कराते वक्त प्रदीप ने अपनी पुत्री की उम्र 15 वर्ष बतायी थी. उपेंद्र ने रेणु की उम्र के बारे में एसपी व रीगा थानाध्यक्ष को सूचना दी. तब पुलिस टीम ने शादी स्थल की घेराबंदी करते हुए दूल्हा-दुल्हन को हिरासत में ले लिया. माजरा समझ शादी कराने आये पुरोहित व नाई निकल भागे.