ट्रेन के आते ही गुल हो जाती है बिजली

सीतामढ़ीः स्थानीय रेलवे स्टेशन पर शाम ढलते ही रौशनी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस समस्या से कर्मियों के साथ यात्रियों को भी प्रतिदिन दो-चार होना पड़ता है. कभी-कभी यात्रियों को रौशनी का अभाव महंगा पड़ जाता है. यानी यात्री चोर व उचक्कों के शिकार बन जाते हैं. 15 मिनट तक बिजली गुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2014 6:01 AM

सीतामढ़ीः स्थानीय रेलवे स्टेशन पर शाम ढलते ही रौशनी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस समस्या से कर्मियों के साथ यात्रियों को भी प्रतिदिन दो-चार होना पड़ता है. कभी-कभी यात्रियों को रौशनी का अभाव महंगा पड़ जाता है. यानी यात्री चोर व उचक्कों के शिकार बन जाते हैं.

15 मिनट तक बिजली गुल

24 मई को लिच्छवी एक्सप्रेस अपने नियत समय से करीब 20 घंटे विलंब से शाम 7:25 बजे स्थानीय स्टेशन पर पहुंची. उक्त ट्रेन के प्लेटफॉर्म नंबर-3 पर पहुंचते ही बिजली गुल हो गयी. अंधेरे के कारण यात्रियों को ट्रेन से उतरने व चढ़ने में परेशानी होने लगी. इस बीच कई यात्री अफरा-तफरी में चोटिल भी हो गये. करीब 15 मिनट बाद बिजली की आपूर्ति शुरू हुई. करीब 19:45 बजे 55582 सवारी गाड़ी पहुंची. इस ट्रेन के आते ही बिजली चली गयी.

इस बीच यात्री पकड़-पकड़ चिल्लाने लगे. तभी पता चला कि एक उचक्का एक यात्री का बैग लेकर भाग रहा था. शोर-शराबा होने पर उचक्का बैग छोड़ फरार हो गया. रीगा के विनोद साह, शिक्षिका माला कुमारी, शहर के विजय राय, संजय गुप्ता व आरती देवी ने कहा कि ट्रेन के आते ही बिजली गुल होना एक साजिश लगता है. इसकी जांच होनी चाहिए कि आखिर रौशनी क्यों गुल हो जाती है. बिजली गुल पहली बार नहीं टीटीइ राजकुमार व अजय नारायण ने बताया कि बिजली गुल होना कोई पहली बार नहीं है. ऐसा अक्सर होता है.

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