मुकेश पाठक समेत दस शातिर भागलपुर केंद्रीय कारा भेजे गयेेेे
सीतामढ़ी : स्थानीय मंडलकारा में बंद गैंगस्टर मुकेश पाठक सहित दस शातिर अपराधियों को केंद्रीय कारा भागलपुर भेजा गया है. जिले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं व जेल में गैंगवार की आशंका को देखते हुए जेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. पिछले दिनों स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर में उत्तर बिहार के कुख्यात संतोष झा की […]
सीतामढ़ी : स्थानीय मंडलकारा में बंद गैंगस्टर मुकेश पाठक सहित दस शातिर अपराधियों को केंद्रीय कारा भागलपुर भेजा गया है. जिले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं व जेल में गैंगवार की आशंका को देखते हुए जेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. पिछले दिनों स्थानीय सिविल कोर्ट परिसर में उत्तर बिहार के कुख्यात संतोष झा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के बाद दो गुटों के बीच गैंगवार की आशंका जेल प्रशासन ने
मुकेश पाठक समेत…
व्यक्त की थी.
हाल के दिनों में जिले में हत्या व लूट की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है. पुलिस का मानना है कि हर घटना में किसी न किसी कुख्यात अपराधी का हाथ होता है. जेल में बंद अपराधियों का भी घटनाओं में किसी न किसी रूप में संबंध रहता है. जेल में बंद होने के बावजूद अपराधी अपने गुर्गों से वारदातों को अंजाम दिलाने में लगे रहते हैं. संतोष झा की हत्या के बाद विभिन्न जिलों की
पुलिस गैंगवार की आशंका से सतर्क हो गयी है. स्थानीय जेल में संतोष झा के समर्थक व विरोधी अपराधी भी थे और उनके बीच कभी भी हिंसक झड़प हो सकती थी. इन सारी बातों के मद्देनजर एसपी ने अपराधियों का यहां से स्थानांतरण कराया है.
इन अपराधियों का हुआ स्थानांतरण. मुकेश पाठक, विकास झा उर्फ कालिया, अरुण भगत, ऋषि झा, पिंटू झा, आशीष कुमार, गणेश राय, सर्वेश दास व रोहित सिंह उर्फ छोटू सिंह शामिल हैं. बुधवार की सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी अपराधियों को भागलपुर के लिए रवाना किया गया.
कोट–
जेल में बंद रहने के बाद भी सहयोगियों से कराते थे वारदात
जेल में गैंगवार की आशंका को देखते हुए लिया गया निर्णय
बढ़ती आपराधिक घटनाओं व जेल में गैंगवार की आशंका के चलते अपराधियों को यहां के जेल से हटाया गया है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से इनका भागलपुर केंद्रीय कारा में स्थानांतरण किया गया है.
विकास वर्मन, एसपी, सीतामढ़ी