सीतामढ़ी : करती हैं सोलह शृंगार और लेती हैं विधवा पेंशन, चार-पांच साल से ले रही थी लाभ

सीतामढ़ी : चंद पैसों की खातिर लोग किसी भी हद तक चले जा रहे हैं. यहां तक कि एक महिला सुहागन होते हुए भी सरकारी अभिलेख में अपने को विधवा बता दी. पति जीवित है और उन्हीं की बदौलत वह सोलहों श्रृंगार करती हैं. जब विधवा पेंशन लेने की बारी आयी, तो उसने जीवित पति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2018 5:24 AM
सीतामढ़ी : चंद पैसों की खातिर लोग किसी भी हद तक चले जा रहे हैं. यहां तक कि एक महिला सुहागन होते हुए भी सरकारी अभिलेख में अपने को विधवा बता दी. पति जीवित है और उन्हीं की बदौलत वह सोलहों श्रृंगार करती हैं. जब विधवा पेंशन लेने की बारी आयी, तो उसने जीवित पति को मृत करार दिया. जांच में मामला उजागर हुआ है. महिला विमल देवी बोखड़ा प्रखंड के बोखड़ा गांव की रहने वाली है. लोकायुक्त कर रहे मामले की सुनवाई : बोखड़ा गांव के रमेश कुमार ने मामले की शिकायत लोकायुक्त से कर रखी है.
श्री कुमार ने अवैध रूप से पेंशन की स्वीकृति कराने के लिए पूर्व प्रमुख हुकुमदेव यादव, पूर्व पंचायत सचिव देवेंद्र साह, पूर्व मुखिया रुखसाना ख़ातून व उनके देवर मो गुलाब को आरोपित किया था. लोकायुक्त के आदेश पर डीएम ने एसडीओ को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था. जिला को रिपोर्ट मिल भी गयी है, जिसे लोकायुक्त के पास भेजने की कार्रवाई की जा रही है.
अवैध रूप से पेंशन लेने में पांच बेनकाब
पुपरी एसडीओ ने मामले की जांच करायी, तो पता चला कि उक्त गांव की विमल देवी के अलावा उसके पति जयमंगल यादव, मो लड्डू, उसकी पत्नी नगीना ख़ातून व रामश्रेष्ठ कहार भी उम्र बढ़ाकर अवैध रूप से पेंशन का लाभ ले रहे हैं.
खास बात यह कि पांच में से तीन आरोपित क्रमशः विमल देवी, मो लड्डू व रामश्रेष्ठ कहार क्रमशः वार्ड-चार, आठ व तीन के वार्ड सदस्य हैं. विमला देवी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन व शेष चारों इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन का लाभ ले रहे है. जयमंगल यादव जीवित है. फिर भी उनकी पत्नी विमल देवी विधवा पेंशन उठा रही थी.
कहते हैं अधिकारी
पांचों फर्जी लाभुकों से राशि की वसूली के लिए बीडीओ को निर्देश दिया गया है. राशि नहीं जमा कराने पर नीलाम वाद दायर किया जायेगा. पांचों के नामों की अनुशंसा करने वालों की पहचान कर रिपोर्ट मांगी गयी है, ताकि जल्द कार्रवाई की जा सके.
धनंजय कुमार, एसडीओ, पुपरी
चार-पांच साल से ले रहे थे पेंशन
जांच में पता चला है कि पांचों की उम्र मतदाता सूची में क्रमशः में 40 वर्ष, 46 वर्ष, 53 वर्ष, 51 वर्ष व 45 वर्ष थी, तो वृद्धावस्था पेंशन के लिए कागज में उम्र क्रमशः 61 वर्ष, 60 वर्ष, 68 वर्ष, 64 वर्ष व 62 वर्ष कर लिया गया था.
बता दें कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा/वृद्धावस्था पेंशन के तहत 200 रुपये महीना की दर से भुगतान होता है. जयमंगल, लड्डू व नगीना को पेंशन की स्वीकृति एक नवंबर 14 को, तो विमल के पेंशन की स्वीकृति एक मार्च 15 को एसडीओ के स्तर से दी गयी थी. उक्त पांचों से पेंशन की राशि की वसूली की जानी है.

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