सीतामढ़ी : डुमरा थाने में मो गुरफान और मो तसलीम की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकित कुछ शब्दों से काफी हद तक सुलझ गयी है. हालांकि, बेसरा जांच के बाद ही कागजी तौर पर कारण स्पष्ट होगा और साक्ष्य के रूप में आयेगा. डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि दोनों को टॉर्चर किया गया था और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी है. पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
सर्विस पिस्टल के साथ भूमिगत हुए थानाध्यक्ष
गिरफ्तारी की गोपनीय सूचना मिलने के बाद हत्या के आरोपित तात्कालीन थानाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह समेत आठों पुलिसकर्मियों में किसी ने भी घटना के तीसरे दिन शुक्रवार तक आरक्षी केंद्र में ना तो योगदान दिया और ना ही सर्विस रिवाल्वर जमा किया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, निलंबित चारों सिपाही भूमिगत होने से पूर्व अपना सर्विस रिवाल्वर विभागीय सहकर्मी को दे गये हैं, ताकि वह उसे आरक्षी केंद्र में जमा कर सकें. मामले के अनुसंधानकर्ता नवलेश कुमार आजाद का कहना है कि पुलिस कार्रवाई कर रही है.
गिरफ्तारी के लिए की जा रही छापेमारी
घटना को लेकर गंभीर पुलिस मुख्यालय का शिकंजा कसते देख जिला पुलिस ने निलंबित तात्कालीन डुमरा थानाध्यक्ष चंद्रभूषण कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक परशुराम प्रसाद गुप्ता, सोनी कुमार, सहायक अवर निरीक्षण अरूण कुमार, सिपाही अमित कुमार, मुन्ना कुमार, पंकज कुमार सिंह और रवि राज की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गयी हैं. टीमों का नेतृत्व सदर डीएसपी डॉ कुमार वीर धीरेंद्र, हेड क्वार्टर डीएसपी पीएन साहू, पुपरी एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय और डुमरा थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद कर रहे हैं. आठों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके पैतृक आवास के जिला पुलिस संपर्क कर मदद मांगी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
घटना के संबंध में जिलाधिकारी डॉ रणजीत कुमार सिंह ने कहा है कि निलंबित पुलिसकर्मी फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है. फरार पुलिसकर्मियों को कानून पर विश्वास कर आत्मसमर्पण कर देना चाहिए.