नेपाल पहुंचे पािकस्तान के सात आतंकवादी
सीतामढ़ी : नेपाल के रास्ते पाक आतंकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. इतना ही नहीं, पिछले दिनों पाकिस्तान के सात संदिग्ध नागरिकों के नेपाल के वीरगंज पहुंचने और फिर उनके भूमिगत होने की सूचना से खुफिया विभाग के कान खड़े हो गये हैं. खुफिया सूचना […]
सीतामढ़ी : नेपाल के रास्ते पाक आतंकी भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. इतना ही नहीं, पिछले दिनों पाकिस्तान के सात संदिग्ध नागरिकों के नेपाल के वीरगंज पहुंचने और फिर उनके भूमिगत होने की सूचना से खुफिया विभाग के कान खड़े हो गये हैं. खुफिया सूचना है कि सभी पाकिस्तानी आतंकी हैं.
इन सभी के वीरगंज अथवा नेपाल के ही आसपास के क्षेत्र में छिपे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. ये आतंकी वीरगंज के रास्ते पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल के रास्ते घुसपैठ कर सकते हैं. रिपोर्ट है कि सभी आतंकी मुंबई के 26/11 जैसे हमले की योजना बना रहे हैं. इनके पास भारत के नक्शे व अन्य दस्तावेज भी मौजूद हैं. दशहरा व दीपावली के मद्देनजर अक्तूबर से नवंबर के बीच ये आतंकी हमले कर सकते हैं.
खुफिया सूत्रों के दावों पर यकीन करें तो पिछले दिनों नेपाल के वीरगंज में आये पाकिस्तान के सातों नागरिक आतंकियों से जुड़े हैं. काठमांडू एयरपोर्ट से ही इनकी गतिविधि संदिग्ध थी. वीरगंज में इनकी बैठक होने का भी पता चला है. सुरक्षा निकाय के पास इनकी गतिविधि की पूरी फेहरिस्त मौजूद है.
बताया जा रहा है कि सुरक्षा निकाय की नजर में आने के बाद से ही सभी भूमिगत हैं. इनके वीरगंज के आसपास छिपे होने की सूचना है. छिपकर यह घुसपैठ की रणनीति बना रहे हैं. मामला ठंडा पड़ने पर एक-एक कर इन्हें बॉर्डर पार करके भारत के विभिन्न जगहों पर पहुंचाया जायेगा. खुफिया विभाग के पास इन संदिग्ध पाक आतंकियों का पासपोर्ट नंबर से लेकर उसके जारी होने तथा वैधता की तिथि तक की पूरी जानकारी है. इसमें पांच के पासपोर्ट वैधता समाप्ति का वर्ष 2024 है.
जबकि दो अन्य की वैधता 2021 तक की है. इनके नाम जमील सुल्तान, खान वादा, गुल अमान, रहमत अली, अबल बट्ट खान, अजमल खान एवं अल्लाह दोस्त खान बताया जा रहा है. इनकी गतिविधि नेपाल के वीरगंज में आने के बाद परसौनी व सखुआ गांवपालिका के आस-पास देखे गये हैं.
मुंबई के 26/11 जैसे हमले की योजना
रिपोर्ट है कि सभी आतंकी मुंबई के 26/11 जैसे हमले की योजना बना रहे हैं. इनके पास भारत के नक्शे व अन्य दस्तावेज भी मौजूद हैं. दशहरा व दीपावली के मद्देनजर अक्तूबर से नवंबर के बीच ये आतंकी हमले कर सकते हैं. सूत्रों का दावा है कि जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती से पाक आतंकियों को वहां से घुसपैठ करना मुश्किल हो रहा है. इसलिए वह नेपाल के रास्ते भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर बड़े शहरों को निशाना बना सकते हैं.
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध
खुफिया इनपुट मिलने के बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल(एसएसबी) ने बॉर्डर पर विशेष चौकसी तेज कर दी है. जिले के बैरगनिया, मेजरगंज, कन्हौली, सुरसंड, भिट्ठामोड़, परिहार, बेला, सोनबरसा के विभिन्न बीओपी कैंप के पास तैनात जवानों को अलर्ट किया जा चुका है. इसमें नेपाल की ओर से सीमा पार करनेवाले संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखने को कहा है. मालूम हो कि जिले में एसएसबी की 20 वीं व 51 वीं बटालियन के जवानों को बॉर्डर सुरक्षा को लेकर तैनात किया गया है. हालांकि पिछले दिनों भी आतंकी गतिविधि की आशंका को लेकर जवानों द्वारा बॉर्डर चेकिंग अभियान को व्यापक कर दिया गया था.