घर की बजाय अधिकतर नल लगे हैं बगीचे व खेत में
सीतामढ़ी : सीएम सात निश्चय के तहत वार्ड स्तर पर हर घर नल जल योजना का क्रियान्वयन कराया गया है और कराया भी जा रहा है.योजनाओं की गुणवत्ता पर बराबर सवाल उठाये जाते रहे है, लेकिन जिला से शिकायतों की जांच का आदेश मिलने के बाद भी स्थानीय स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं की जाती […]
सीतामढ़ी : सीएम सात निश्चय के तहत वार्ड स्तर पर हर घर नल जल योजना का क्रियान्वयन कराया गया है और कराया भी जा रहा है.योजनाओं की गुणवत्ता पर बराबर सवाल उठाये जाते रहे है, लेकिन जिला से शिकायतों की जांच का आदेश मिलने के बाद भी स्थानीय स्तर पर ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है.
यही कारण है कि लाखों खर्च के बावजूद अधिकांश वार्डो की योजनाओं के लाभ से आम जनता को वंचित रहना पड़ रहा है. कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है रून्नीसैद्पुर प्रखंड की धनुषी पंचायत का. जांच के बाद रिपोर्ट में डीपीआरओ प्रभात भूषण ने लिखा है कि वार्ड नंबर-सात व आठ में योजना से किसी लाभार्थी को लाभ ही नहीं होता है.
जांच में खुली योजनाओं की पोल: गत 19 अक्तूबर को डीपीआरओ श्री भूषण धनुषी पंचायत के वार्ड सात व आठ में हर घर नल जल योजना की जांच किये थे. दोनों योजना का हाल देख डीपीआरओ हैरान रह गये थे. उन्हें समझते देर नही लगी थी कि योजनाओं में सरकारी राशि के दुरुपयोग के सिवा कुछ नहीं है. धरातल पर जांच में यह मिला कि घरों के बजाय अधिकांश नल खेतों एवं बगीचा में लगाये गये है. दोनों वार्डों में नल टूटा हुआ था. पाइप भी टूटा हुआ था. कोई योजना सुचारू रूप से चालू नहीं था.
सामग्री की खरीद में मिली गड़बड़ी: योजना की सामग्री क्रय करने में भी गड़बड़ी पायी गयी. नियमों को ताक पर रख कर सामग्री की खरीद की गयी थी. अभिलेख देखने के बाद डीपीआरओ श्री भूषण ने पाया कि एक ही आपूर्तिकर्ता से प्राप्त दर पर क्रय की गयी थी. स्ट्रैक्चर का निर्माण भी ढंग से नही पाया गया. रिपोर्ट में योजना की पूरी राशि वार्ड सदस्य व वार्ड सचिव से वसूली करने की बात कही गयी है.