मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों को सड़क पर बिखरा मिला चांदी का दाना और फिर…
सीतामढ़ी : बिहार में सीतामढ़ी के सुरसंडमें मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों के लिए बुधवार का दिन बहुत ही शुभ साबित हुआ. स्थानीय मुख्य चौक स्थित आंबेडकर टावर से परिहार जानेवाली सड़क पर बराही पंचायत भवन तक करीब तीन किलोमीटर में चांदी का बुनियानुमा दाना बिखड़ा पड़ा था. सुबह की सैर पर निकले लोगों ने […]
सीतामढ़ी : बिहार में सीतामढ़ी के सुरसंडमें मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों के लिए बुधवार का दिन बहुत ही शुभ साबित हुआ. स्थानीय मुख्य चौक स्थित आंबेडकर टावर से परिहार जानेवाली सड़क पर बराही पंचायत भवन तक करीब तीन किलोमीटर में चांदी का बुनियानुमा दाना बिखड़ा पड़ा था. सुबह की सैर पर निकले लोगों ने सड़क पर गिरे हुए चांदी के दाना को चुनने लगे. देखते ही देखते इस तीन किलोमीटर में गिरे चांदी के दाना को चुनने के लिए दर्जनों लोगों का हुजूम सड़क पर उतर गया. लग रहा था जैसे आसमान से चांदी के दाना की बारिश हुयी हो.
दर्जनों लोगों ने डेढ़ सौ ग्राम से आधा किलो तक चांदी के गिरे हुए दाना को चुनने में सफल हुए. लोगों का मानना है कि किसी तस्कर का बाइक पर लदी चांदी का बोरी फट जाने से सड़क पर यह दृश्य देखने को मिला है. इस घटना ने भारतीय व नेपाली करेंसी के अलावे सोना चांदी की तस्करी में शामिल स्थानीय समेत परिहार प्रखंड के आसपास के गांव के लोगों की संलिप्तता को स्पष्ट कर दिया है. हालांकि, नेपाल सीमा से सटे होने के चलते तस्करी की घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता है.
स्थानीय बाजार के स्वर्ण व्यवसायी सह एसबीआई के पूर्व गोल्ड चेकर रहे स्वर्ण मंदिर ज्वेलर्स के संचालक राजू कुमार सोनी आभूषण मंदिर ज्वेलर्स के संचालक विशाल कुमार सोनी ने बताया कि जिन लोगों को सड़क पर गिरे हुए चांदी का जो दाना मिला है वह सबसे उत्तम किस्म का चांदी माना जाता है. मॉर्निंग वॉक से लौट रहे पूर्व मुखिया शोभित राउत व अन्य कई लोगों का मानना है कि भारतीय व नेपाली करेंसी के अलावे सोना चांदी की तस्करी में शामिल तस्कर हाल के दिनों में देखते-देखते फकीर से अमीर हो गये हैं. बावजूद सीमा पर तैनात एसएसबी व स्थानीय पुलिस प्रशासन तस्करों पर नकेल कसने में अक्षम साबित हो रहे हैं.
बता दें कि वर्ष 2017 में 14 मार्च को भिट्ठामोड़ चेक पोस्ट पर तैनात एसएसबी के जवानों ने 20 लाख भारतीय व 25 लाख नेपाली रुपये शरीर पर टेप से चिपकाकर साइकिल पर सवार हो नेपाल जा रहे परिहार थाना क्षेत्र के सहसराम गांव निवासी जीबछ नायक के पुत्र वीरेंद्र नायक को गिरफ्तार किया था. एसएसबी को चकमा देने के लिए वह रुपये को टेप से चिपकाने के बाद ऊपर से कपड़ा पहन लिया था. गिरफ्तार वीरेंद्र ने पूछताछ में एक सप्ताह में तीन बार नोटों की खेप पहुंचाने की बात कबूल किया था. एसएसबी ने जब्त 20 लाख भारतीय रुपये को आयकर विभाग के हवाले कर दिया था. जबकि नेपाली 25 लाख रुपये एसएसबी ने अपने पास रखते हुए गिरफ्तार वीरेंद्र को मुक्त कर दिया था.
वहीं, भिट्ठामोड़ चेक पोस्ट पर तैनात एसएसबी जवानों ने 17 अप्रैल 2019 को आठ लाख नेपाली करेंसी लेकर नेपाल जा रहे बीआर 06ए एक्स 0106 नंबर के बाइक पर सवार नगर पंचायत निवासी नागेंद्र प्रसाद व बानौली गांव निवासी हरिनाथ पंडित के पुत्र जितेंद्र पंडित को गिरफ्तार किया था. एसएसबी ने जब्त रुपये व बाइक के साथ गिरफ्तार दोनों व्यक्ति को भिट्ठा ओपी के हवाले कर दिया गया था. तत्कालीन ओपी प्रभारी राम विनय पासवान व सीओ संजय कुमार ने रुपये व बाइक जब्त करते हुए दोनों व्यक्ति को पीआर बांड पर छोड़ दिया था.