तीन साल के अंदर तीन गैंगस्टर भाइयों की गोली मार हत्या

तीनों भाइयों को सोनबरसा में सरेशाम मारी गयी गोली जेल से निकल कर मुख्यधारा में शामिलहोने का प्रयास मुक्का के सामाजिक कार्यों से बढ़ रही थी लोकप्रियता सीतामढ़ी : सोमवार की देर शाम इंदल महतो के हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल हैं. तीन साल के अंदर तीन गैंगस्टर भाईयों के हत्या को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2020 1:07 AM

तीनों भाइयों को सोनबरसा में सरेशाम मारी गयी गोली

जेल से निकल कर मुख्यधारा में शामिलहोने का प्रयास
मुक्का के सामाजिक कार्यों से बढ़ रही थी लोकप्रियता
सीतामढ़ी : सोमवार की देर शाम इंदल महतो के हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल हैं. तीन साल के अंदर तीन गैंगस्टर भाईयों के हत्या को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. हालांकि मुक्का की मौत के बाद समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का प्रयास कर रहे इंदल की मौत को लेकर व्यवसायियों व आमलोगों में सहानुभूति के शब्द भी प्रकट किये जा रहे थे.
कुल मिलाकर जितनी मुंह उतनी बात. कोई अफसोस प्रकट कर रहा था, तो किसी का चेहरा सपाट नजर आ रहा था. इस बीच घटना को लेकर इंदल के घर में कोहराम मचा हुआ था. पत्नी पूनम का रो-रो कर बुरा हाल था. दिलासा देने वालों की आंखें भी नम हो रही थी. इंदल सात भाई था.
मुक्का के शरीर में उतार दी थी 8 गोली
सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय के चांदनी चौक के पास 3 सितंबर 17 को सरेशाम अज्ञात अपराधियों ने शातिर मुकेश कुमार उर्फ मुक्का (32 वर्ष) की गोली मार कर निर्मम हत्या कर दी थी. घटना को अपाचे बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने अंजाम दिया था. वारदात को शनिवार की शाम तकरीबन उस वक्त अंजाम दिया गया जब सोनबरसा बाजार निवासी मुकेश कुमार उर्फ मुक्का अपनी बाइक पर सवार होकर सोनबरसा बाजार की तरफ जा रहा था. इसी बीच पहले से घात लगाये बाइक सवार तीन अपराधियों ने उसे गोलियों से भून दिया.
अपराधियों ने मुक्का के सीने में आठ गोली मारी गयी थी. मुक्का पर कातिलाना हमला, आर्म्स एक्ट व रंगदारी के कई मामले दर्ज थे. घटना से दो वर्ष पूर्व मुक्का ने मुखिया संजय कुमार महतो पर फायरिंग की थी. संजय महतो पर कातिलाना हमले के मामले में पुलिस ने मुक्का को जेल भेजा था. लेकिन जेल के भीतर से ही वह इलाके में रंगदारी मांग कर दहशत फैलाता रहा.
हालांकि जेल से निकलने के बाद मुक्का सामाजिक कार्यों में लग गया था. वह इलाके में घूम-घूम कर जनता की सेवा करता रहा. सड़क बनवाये, नाले बनवाये और जलजमाव की परेशानी दूर की. वह कम समय में ही जनता में लोकप्रिय हो गया था. लोग उसे जनप्रतिनिधि बनाने की तैयारी में थे. उसकी मौत के बाद इलाके में विस्फोटक स्थिति को देखते हुए सोनबरसा के चप्पे-चप्पे पर सशस्त्र बल को तैनात कर दिया गया था.
पहाड़ी पर हुई थी अंधाधुंध फायरिंग
सोनबरसा बाजार स्थित बस स्टैंड के समीप 22 जून 19 की शाम बाइक सवार अपराधियों ने शातिर मुक्का व इंदल महतो के भाई राकेश महतो उर्फ पहाड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना लगभग 6.30 बजे की थी. घटना की शाम पहाड़ी बस स्टैंड के पास से गुजर रहा था. इसी क्रम में एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उसके उपर अंधाधुंध फायरिंग की. पहाड़ी के गर्दन व ठुढ़ी में तीन गोलियां लगी है. पहाड़ी की हत्या के बाद इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी.

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