अयोध्या से आयी श्रीराम की बारात, अद्वितीय स्वागत

फोटो – 33– सीता जन्म स्थली बना रात्रि विश्राम का पड़ाव– पग-पग पुष्प वर्षा से नगर में रहा आनंद व उत्साह– आज सुबह जनकपुर को करेगी प्रस्थानसीतामढ़ी : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार की शाम पूरे ताम-झाम के साथ अयोध्या से भगवान श्रीराम की बरात मां सीता के पावन प्राकट्य स्थली सीतामढ़ी पहुंची. बैंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2014 10:02 PM

फोटो – 33– सीता जन्म स्थली बना रात्रि विश्राम का पड़ाव– पग-पग पुष्प वर्षा से नगर में रहा आनंद व उत्साह– आज सुबह जनकपुर को करेगी प्रस्थानसीतामढ़ी : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार की शाम पूरे ताम-झाम के साथ अयोध्या से भगवान श्रीराम की बरात मां सीता के पावन प्राकट्य स्थली सीतामढ़ी पहुंची. बैंड – बाजा व ढोल – ताशा के साथ बरात का स्वागत जिलावासियों ने पग-पग पर पुष्प वर्षा के साथ की. सीतामढ़ी जिले के प्रवेश द्वार से लेकर विश्राम स्थल तक सैकड़ों स्थानों पर भव्य व आकर्षक तोरण द्वार बनाया गया. सामाजिक कार्यकर्ताओं से लेकर स्कूली बच्चों तक की टोली जगह-जगह बरात का स्वागत आकर्षक रंगोली के साथ दूल्हा श्रीराम की आरती व वंदना के साथ की. समधी के रूप में पधारे अयोध्या धाम के साधु-संत विशेष रूप से जिले की महिलाओं के मजाक के निशाने पर रही. समधीनों के उत्साह का यह आलम रहा कि साधु-संतों का चरण स्पर्श के साथ ही अपने समधीनों का हाल पूछना नही भूली. उत्साह का आलम रहा कि ‘ जनक नगरिया अईले बारातिया, हे सुहावन लागे… ‘ जैसे परंपरागत गीतों को गाकर झूमती व नाचती रही. यहां बता दे कि विवाह पंचमी के मौके पर प्रत्येक पांच साल के अंतराल पर अयोध्या धाम से भगवान श्रीराम की बारत कुल 40 पड़ावों को पार कर जनकपुर धाम पहुंचती है, जहां विधिवत उत्साह पूर्ण माहौल में श्रीराम-जानकी विवाहोत्सव का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर नेपाल के अलावा सीमावर्ती भारतीय क्षेत्र से जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु जनकपुर धाम में पहुंचते है. वही भारत के अलावा अन्य देशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु विवाहोत्सव में भाग लेने पहुचते हैं.

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