तरियानी: बागमती नदी में पानी के दबाव से रविवार की रात तरियानी छपरा स्थित मिडिल स्कूल के पास तटबंध टूटने से तरियानी छपरा पंचायत के लगभग 3200 परिवार बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. ना खाने को अन्य एवं ना पहने को कपड़ा और ना ही रहने को घर है. सभी के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. इस दौरान डीएम विवेक रंजन मैत्रेय के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों के बीच हर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. वहीं एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रणधीर सिंह ने बताया कि कुल 31 जवान बचाव कार्य में लगे हैं. जिसमें दो अधिकारी, तीन अधीनस्थ अधिकारी और 26 अन्य जवान कार्य में लगे हुए हैं. अभी तक 100 से अधिक महिला, पुरुष एवं बच्चों का रेस्क्यू किया गया है. एक डिलीवरी पेशेंट को उसके सही स्थान पर पहुंचाया गया है. तथा रेस्क्यू चालू है. बच्चे और बूढ़े को घर से निकाला जा रहा है. वहीं दूसरी ओर तरियानी छपरा थानाध्यक्ष रोहित कुमार, बीडीओ जूही कुमारी, हिरम्मा थानाध्यक्ष सुबोध कुमार मेहता, विनय प्रसाद, सीओ रोहित कुमार सहित अन्य अंचल कर्मी कैंप कर बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच पॉलीथिन सीट वितरण किया गया. सोमवार की सुबह लोगों को चुरा- मीठा एवं चुरा- नमकीन और सभी लोगों के लिए चावल, दाल व सब्जी की व्यवस्था की गयी. साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मेडिकल की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है. जबकि तरियानी छपरा मुखिया प्रतिनिधि अमित कुमार ने बताया कि सभी प्रयुक्त परिवारों को चुरा- मीठा दिया गया है. तथा सरकारी सहायता के रूप में भोजन बनाया जा रहा है.उन्हें खिलाया जाएगा.कहा कि ग्रामीणों की मांग है कि उनको जो क्षति हुई है.उसका क्षतिपूर्ति दिलाया जाए.कितने परिवार का घर ध्वस्त हो गया है.
कहते हैं ग्रामीण
गीता देवी, किशोरी देवी, चंद्रकला देवी, प्रमिला देवी ने बताया कि वार्ड नंबर 8 में बहुत पानी है.ग्रामीण मोती रहमान, नैथुन खातून, माया देवी, सीता देवी, सेलिना खातून ने बताया कि वार्ड नंबर 12 सारा सामान पानी में डूब गया.हम लोग को ना तो चुरा मिला है और ना मीठा मिला है.सिर्फ पॉलिथीन मिला है.घर में 4 फीट से ऊपर पानी है.
विभागीय लापरवाही से हुई है बांध टूटने का बड़ा हादसा
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