किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे जनप्रतिनिधि
संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा की बैठकसीतामढ़ी : संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा के जिला कार्यसमिति की विशेष बैठक मोरचा के संस्थापक के आवास पर हुई. इसकी अध्यक्षता उपाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने की. बैठक में गन्ना किसानों समेत किसानों की अन्य समस्याओं पर मोरचा की रीगा इकाई द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन का पुरजोर समर्थन करते हुए […]
संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा की बैठकसीतामढ़ी : संयुक्त किसान संघर्ष मोरचा के जिला कार्यसमिति की विशेष बैठक मोरचा के संस्थापक के आवास पर हुई. इसकी अध्यक्षता उपाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने की. बैठक में गन्ना किसानों समेत किसानों की अन्य समस्याओं पर मोरचा की रीगा इकाई द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन का पुरजोर समर्थन करते हुए किसान व मोरचा के साथियों से सम्मेलन में जुटने की अपील की गयी. बैठक में किसान नेताओं ने कहा कि सरकार व प्रशासनिक उपेक्षा के कारण जिले के किसान काफी परेशान है. जनप्रतिनिधियों द्वारा भी किसानों की समस्या को नजरअंदाज किया जा रहा है. प्रस्ताव में कहा गया कि गत वर्ष के फैलिन तूफान से भारी बरबादी हुई. चालू वर्ष में भी हुदहुद से आंशिक बरबादी, सुखाड़ के प्रकोप से परती खेत, मनुष्मारा नदी से रून्नीसैदपुर व बेलसंड के जलजमाव वाले क्षेत्रों को स्वीकृत मुआवजा का भुगतान नहीं होना व फसल बीमा एवं केसीसी का लाभ किसानों को नहीं दिये जाने समेत कई बिंदुओं पर आक्रोश प्रकट किया गया. कहा कि, किसानों से जुड़ी सरकारी कार्यक्रमों में भ्रष्टाचार व्याप्त है. कहा गया कि मोरचा इन सारे सवालों पर किसान-मजदूरों से गोलबंद होकर आवाज उठाने की अपील करेगी. रीगा सम्मेलन के बाद सभी सवालों को समेट कर संघर्ष करने का भी निर्णय लिया गया. बैठक में डा आनंद किशोर, संजीव कुमार, चंदेश्वर नारायण सिंह, जीवनाथ शाफी, शंकर मंडल, अशोक निराला, पंकज कुमार, संजय कुमार, सीताराम महतो, ताराकांत झा, अशोक कुमार समेत अन्य किसान नेताओं ने अपने विचार को व्यक्त किया.