पंजाब के आलू फॉर्म से सीतामढ़ी के 22 व नेपाल के आठ बंधुआ मजदूर मुक्त
पंजाब के कपूरथला के आलू फॉर्म में बंधक बने सीतामढ़ी जिले के 30 बंधुआ मजदूरों को मुक्त करवाया गया है.
सीतामढ़ी. पंजाब के कपूरथला के आलू फॉर्म में बंधक बने सीतामढ़ी जिले के 30 बंधुआ मजदूरों को मुक्त करवाया गया है. इनमें कुछ नेपाल के भी हैं. जिले की पुलिस व एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) के संयुक्त प्रयास से यह हुआ है. पंजाब के कपूरथला जिला के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत सिधमा गांव स्थित आलू फॉर्म से सीतामढ़ी एवं नेपाल के कुल 30 नाबालिग एवं वयस्क बंधुआ मजदूरों को रविवार को मुक्त कराया गया. संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन में 11 नाबालिग एवं 19 वयस्क कुल 30 मजदूरों को आलू फॉर्म से मुक्त करवाया गया है. मुक्त मजदूरों में सीतामढ़ी जिला के सुरसंड, परिहार एवं सोनबरसा प्रखंड के कुल 22 एवं नेपाल के आठ मजदूर शामिल है. मालूम हो कि तीन माह पहले जिले के सोनबरसा प्रखंड के कचहरीपुर गांव निवासी बिगन राय एवं उसका भाई जिनिश राय ने संयुक्त रूप से सुरसंड प्रखंड क्षेत्र के मेघपुर गांव से नाबालिग एवं वयस्क मजदूरों को अच्छी मजदूरी दिलाने का झांसा देकर पंजाब के कपूरथला जिला के सदर थाना क्षेत्र स्थित पहलवान आलू फॉर्म ले गया. जहां इन मजदूरों से एक दिन में 16 से 18 घंटे तक मजदूरी करवाए जाने लगा. साथ ही इन लोगों को घर वापस नहीं आने दिया जाता था. न तो मजदूरी दी जाती थी. घर वापसी का गुहार लगाने पर अमानवीय तरीके से मारपीट की जाती थी. मामला संज्ञान में आने पर एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) की टीम ने मजदूरो के परिवार का सहयोग कर एवं सीतामढ़ी एसपी से अनुरोध मुक्त करवाने हेतु किया. जिसके बाद परिवार की शिकायत पर भिट्ठा थाना में बिगन एवं जिनिश राय के विरुद्ध एफआइआर दर्ज हुई. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के द्वारा मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए एसएसपी कपूरथला (पंजाब) को शीघ्र बच्चों को मुक्त करवाने हेतु पत्र भेजा गया. जिसके उपरांत सीतामढ़ी पुलिस टीम का नेतृत्व करते हुए महिला थाना की बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी रश्मि कुमारी के नेतृत्व में भिट्ठा थाना के पीएसआइ कुश कुमार, महिला सिपाही पूजा कुमारी सीतामढ़ी पुलिस टीम ने एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के वरिष्ठ सहायक प्रोजेक्ट अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी एवं पंजाब पुलिस के संयुक्त सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया.
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