मैनेजर लूट कांड में छोटू गिरोह का हाथ!

सीतामढ़ीः पीएनबी डुमरी कला शाखा प्रबंधक की हत्या और लूट के मामले में शक की सूई कुख्यात छोटू सिंह गिरोह पर गयी है. इसको लेकर छोटू सिंह से जुड़े कुछ लोगों के यहां पुलिस ने छापेमारी की है, लेकिन पुलिस को किसी तरह की सफलता नहीं मिली है. एसपी ने कहा, अभी इस मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:55 PM

सीतामढ़ीः पीएनबी डुमरी कला शाखा प्रबंधक की हत्या और लूट के मामले में शक की सूई कुख्यात छोटू सिंह गिरोह पर गयी है. इसको लेकर छोटू सिंह से जुड़े कुछ लोगों के यहां पुलिस ने छापेमारी की है, लेकिन पुलिस को किसी तरह की सफलता नहीं मिली है. एसपी ने कहा, अभी इस मामले में अनुसंधान जारी है.

इधर, इस मामले को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. एक प्राथमिकी लूट के दौरान मारे गये प्रबंधक के बेटे की ओर से दर्ज करायी गयी है. दूसरी, घटना के समय मौके पर मौजूद बीमा कंपनी के विकास पदाधिकारी ने करायी है, जिसमें उन्होंने लुटेरों की उम्र 18-20 के बीच बतायी है. वहीं, एफएसएल की टीम ने मौके पर जा कर साक्ष्य इकट्ठा किये हैं.

दो अलग-अलग प्राथमिकी : पीएनबी के प्रबंधक के बेटे डॉ अभिनव अभय के बयान पर पहली प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें हत्या का कारण डुमरी के कुछ लोगों से लोन स्वीकृति को लेकर पिता को जान मारने की धमकी बताया गया है. वहीं, दूसरी प्राथमिकी ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी के विकास अधिकारी वरुण कुमार के बयान के आधार पर दर्ज किया गया है.

इसमें बताया गया है कि होंडा बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर प्रबंधक के पास रखा बैग छीन लिया. अपराधियों की उम्र 18 से 20 वर्ष के बीच थी. वह पैंट-शर्ट पहने सांवला रंग के दिख रहे थे. इधर घटना के 30 घंटा बाद भी पुलिस को खास सफलता नहीं मिली है.

इकट्ठा किये साक्ष्य
विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के चार सदस्यीय दल ने बुधवार को मौके से साक्ष्य एकत्र किये. दो बजे एफएसएल दल एसपी पंकज सिन्हा, सदर डीएसपी संजय कुमार के साथ नगर थाना पहुंचा. दल ने उस गाड़ी की जांच की, जिस पर अपराधियों ने फायरिंग की थी.

लाल रंग की टाटा सूमो गाड़ी (बीआर06पीए 4415) के बोनेट के शीशे पर गोली के निशान को जरूरी उपकरण से परखा गया. गाड़ी में चालक सीट के नीचे से जांच दल को 7.65 एमएम का तीन खोखे मिले हैं. 45 मिनट तक एक्सपर्ट ने सूमो की बारीकी से जांच की. फिंगर प्रिंट लिया गया. इसके बाद एसपी, डीएसपी के साथ एफएसएल का दल मोहनी मंडल रेलवे गुमटी के पास रवाना हो गया, जहां अपराधियों ने हत्या व लूट को अंजाम दिया था.

सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर टी एस रंधावा के नेतृत्व में सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ता ने मेटल डिटेक्टर से घटना स्थल की जांच की. सीआरपीएफ को 7.65 एमएम का तीन खोखा मिला है जिसे आवश्यक जांच के लिए एफएसएल की टीम को सौंप दिया. आधा घंटा तक जांच एक्सपर्ट घटना स्थल को खंगालने का प्रयास किये.

इस मौके पर मेजरगंज थानाध्यक्ष अनंत राम तथा सुप्पी सहायक थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी भी मौजूद थे. एसपी ने सुप्पी सहायक थानाध्यक्ष से आवश्यक जानकारी प्राप्त की. इसके बाद जांच टीम के साथ पुलिस अधिकारी मेजरगंज थाना पहुंच कर आगे की कार्रवाई के संबंध में मंत्रणा किये.

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