फैसले के बाद कहीं खुशी कहीं गम

डुमरा कोर्ट : जिला मुख्यालय स्थित व्यवहार न्यायालय का अहाता दिन चढ़ने के साथ हीं गहमागहमी का केंद्र बन गया था. चर्चित कंचनबाला सुसाइड कांड में अदालत के फैसले का आज अहम दिन था. प्रथम तदर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मो इरशाद अली के न्यायालय कक्ष की ओर दो बजे के बाद भीड़ बढ़ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2014 11:01 PM

डुमरा कोर्ट : जिला मुख्यालय स्थित व्यवहार न्यायालय का अहाता दिन चढ़ने के साथ हीं गहमागहमी का केंद्र बन गया था. चर्चित कंचनबाला सुसाइड कांड में अदालत के फैसले का आज अहम दिन था. प्रथम तदर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मो इरशाद अली के न्यायालय कक्ष की ओर दो बजे के बाद भीड़ बढ़ने लगी थी. सभी की उत्सुकता थी कि अदालत उक्त चर्चित कांड में क्या फैसला देनेवाला है. आरोपितों के चेहरे मायूसी बयां कर रहे थे. लटके चेहरे पर रहम की उम्मीद पल रही थी कि शायद कोर्ट से उनको राहत मिल जाय. आरोपितों के वकील और परिजन भागदौड़ कर रहे थे. तीन बजते-बजते न्यायालय कक्ष की ओर सभी का ध्यान खींच गया. न्यायाधीश ने जैसे हीं वीरेंद्र और पूजा को मामले में दोषी पाया, सन्नाटा पसर गया. पूजा दहाड़ मारने लगी और वीरेंद्र के आंख से आंसू बहते गये. वहीं बरी हुए लवली, अखिलेश, भैरव एवं गौरी के चेहरे मारे खुशी के खिल उठे. परिजनों ने भी राहत की सांस ली और भगवान को धन्यवाद करते दिखे. समर्थकों में तालियों की गड़गड़ाहट खुशियों का इजहार कर रहा था.

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