बगैर आरोप के शिक्षकों से स्पष्टीकरण

— प्रथम दृष्टया प्रधान शिक्षक हैं दोषी बोखड़ा : प्रखंड के नया टोला गांव स्थित बीआरसी में 27 नवंबर से समावेशी प्रशिक्षण शुरू है. इसमें विभिन्न स्कूलों के शिक्षक भाग ले रहे हैं. गत दिन प्रशिक्षण से संजीत कुमार, अर्चना कुमारी व शम्स आलम समेत चार शिक्षक व शिक्षिका के अनुपस्थित रहने पर बीइओ ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2014 7:01 PM

— प्रथम दृष्टया प्रधान शिक्षक हैं दोषी बोखड़ा : प्रखंड के नया टोला गांव स्थित बीआरसी में 27 नवंबर से समावेशी प्रशिक्षण शुरू है. इसमें विभिन्न स्कूलों के शिक्षक भाग ले रहे हैं. गत दिन प्रशिक्षण से संजीत कुमार, अर्चना कुमारी व शम्स आलम समेत चार शिक्षक व शिक्षिका के अनुपस्थित रहने पर बीइओ ने उनके वेतन भुगतान पर रोक लगाने के साथ हीं स्पष्टीकरण पूछा था. अब यह सच सामने आया है कि उक्त शिक्षकों की कोई गलती नहीं है. इसके लिए प्रधान शिक्षक दोषी हैं. — प्रशिक्षण की सूचना नहीं स्पष्टीकरण देने का पत्र मिलने पर चारों शिक्षक व शिक्षिका अवाक रह गये. एक पल तो उन्हें समझ में नहीं आया कि किस गलती व आरोप को ले यह स्पष्टीकरण पूछा गया है. इन शिक्षकों का कहना है कि न तो उन सबों को प्रशिक्षण की कोई सूचना थी और न हीं स्कूल से विरमित हीं किया गया था. मध्य विद्यालय खड़का व मध्य विद्यालय गोगलक टोल समेत अन्य स्कूलों के शिक्षकों ने बीआरसी को आवेदन देकर बताया कि प्रशिक्षण की सूचना हीं नहीं थी तो दोषी कैसे हो गये. जांच में बीआरसी प्रभारी शिव शंकर पंडित ने पाया कि प्रधान शिक्षक हीं दोषी है. बताया कि गत दिन गुरु गोष्ठी का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रधान शिक्षकों को प्रशिक्षण की सूचना देने के साथ हीं इसकी सूचना शिक्षकों को भी देने को कहा गया था. 26 शिक्षक प्रशिक्षण में पहुंचे भी. बताया कि संबंधित प्रधान शिक्षक से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. जवाब संतोषजनक नहीं पाये जाने पर उनके खिलाफ वरीय अधिकारी को लिखा जायेगा.

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