लोगों के समक्ष रेलवे ने किया सरेंडर!

सीतामढ़ी : सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर के लिए शनिवार को खुली सवारी गाड़ी नंबर-55505 के बीच रास्ते से लौट आने के मामले में रेलवे ने एक तरह से संबंधित लोगों के समक्ष सरेंडर कर दिया है. अब तक की खबर के अनुसार ट्रेन के लौट आने के लिए कारण बने लोगों के खिलाफ रेलवे ने कार्रवाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2014 10:49 AM
सीतामढ़ी : सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर के लिए शनिवार को खुली सवारी गाड़ी नंबर-55505 के बीच रास्ते से लौट आने के मामले में रेलवे ने एक तरह से संबंधित लोगों के समक्ष सरेंडर कर दिया है.
अब तक की खबर के अनुसार ट्रेन के लौट आने के लिए कारण बने लोगों के खिलाफ रेलवे ने कार्रवाई की बिंदु पर कोई निर्णय नहीं लिया है. सूत्रों ने बताया कि विभाग विवाद करना नहीं चाहता है. कोशिश की जा रही है कि संबंधित लोगों से प्रेम पूर्वक बात कर विवाद को हमेशा के लिए समाप्त कर दें. वैसे लोग रेलवे की उक्त प्रेम की भाषा से शायद हीं अपनी मांग को छोड़ देंगे. इधर, रविवार को सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर के लिए ट्रेन गयी.
लोगों के आक्रोश का कारण
जब सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलवे ट्रैक बना तबपरमजीवर-ताराजीवर एवं जुब्बा सहनी स्टेशन के बीच गुमटी नंबर चार, पांच व छह का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया था. चार व छह नंबर गुमटी का निर्माण हुआ, पर गुमटी नंबर पांच का निर्माण अब तक अधर में लटका रह गया. फलत: गुमटी नंबर चार तक होकर आने-जाने में लोगों को काफी परेशानी होती है.
लोग चाहते हैं कि गुमटी नंबर पांच का निर्माण हो जाये और गुमटी नंबर पांच से गुमटी नंबर चार तक पहुंच पथ का निर्माण शीघ्र हो जाये. बताया गया है कि संबंधित विभाग की ओर से पहुंच पथ के लिए मिट्टी गिराया गया है, लेकिन उसे समतल कर समतल कर पहुंच पथ का रूप नहीं दिया गया है. अगर यह पहुंच पथ बन जाता है तो ग्रामीणों व रेलवे का विवाद स्वत: समाप्त हो जायेगा.

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