सऊदी अरब में 272 भारतीय मजदूर फंसे

पासपोर्ट दिया, मजदूरी नहीं फजले ने बताया कि कंपनी काम के बदले प्रत्येक माह में भोजन के लिए पैसे देती थी. वेतन की बात पर कंपनी के अधिकारी आज- कल करते थे. दो-तीन माह वेतन नहीं मिलने पर सभी मजदूर हड़ताल पर बैठ गये थे. तब कंपनी मालिक ने शीघ्र भुगतान करने की बात कह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2014 12:31 PM
पासपोर्ट दिया, मजदूरी नहीं
फजले ने बताया कि कंपनी काम के बदले प्रत्येक माह में भोजन के लिए पैसे देती थी. वेतन की बात पर कंपनी के अधिकारी आज- कल करते थे. दो-तीन माह वेतन नहीं मिलने पर सभी मजदूर हड़ताल पर बैठ गये थे.
तब कंपनी मालिक ने शीघ्र भुगतान करने की बात कह पुन: काम करवाने लगा. लगातार पांच माह काम करने के बाद मजदूरों ने वेतन की मांग की तो कंपनी के मालिक ने पासपोर्ट देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया.
22 दिनों तक जेल में रहे
तब सभी मजदूर वहां के भारतीय दूतावास पहुंचे, लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला. तब सभी मजदूर वहां के राज भवन मीर कोठी गये. वहां भी उनकी नहीं सुनी गयी. बाद में स्थानीय लोगों की सलाह पर मजदूरों ने लेबर कोर्ट में मुकदमा किया. इस बीच, उन मजदूरों में से 28 मजदूरों को स्थानीय पुलिस ने जद्दा जेल भेज दिया. 22 दिन जेल में रहने के बाद सभी बाहर निकले. वहां से 17 दिसंबर को एक साथ 28 मजदूर भारत पहुंचे, जबकि शेष 272 आज भी वहां छुप-छुप कर रह रहे हैं.

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