जनता दरबार : श्रम विभाग के प्रधान सचिव व बिहार भवन को भेजा जायेगा पत्र
डुमरा : समाहरणालय में गुरुवार को जनता दरबार में डीएम ने आम लोगों की समस्याएं व शिकायतें सुनी. इस दौरान नानपुर थाना क्षेत्र के बाथ बनौल की रिफत खातून ने डीएम को आवेदन देकर अपने पति मो हसनैन के सऊदी अरब में फंसे होने की जानकारी दी और उनकी सकुशल वापसी के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह किया.
वीजा की अवधि समाप्त
बताया है कि मो हसनैन दो वर्ष से सऊदी अरब में रह कर हेल्पर का काम करता है. छह माह का वीजा बना था, जिसकी अवधि समाप्त हो चुकी है. वहां छह माह से हसनैन को वेतन भी नहीं मिल रहा है.
कंपनी भी स्वदेश भेजने में आनाकानी कर रही है. रिफत को अपने पति से फोन पर बराबर बातचीत होती है. वहां उसे रहने एवं खाने-पीने में कोई कठिनाई नहीं है. उसे कमरे में बंद रहना पड़ रहा है.
कारण कि कमरे से बाहर आने पर वीजा समाप्त होने के बाद सऊदी अरब में रहने के आरोप में पुलिस उसे पकड़ लेगी और जेल भेज देगी. हसनैन सऊदी अरब की ही एक कंपनी के माध्यम से वहां गया था. डीएम ने जन शिकायत कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी अविनाश कुमार को उक्त मामले से श्रम विभाग के प्रधान सचिव व दिल्ली स्थित बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त को अवगत कराने का निर्देश दिया है.
मंगवाया गया एंबुलेंस
बथनाहा के बैरहा गांव की कांति देवी अपने तीन वर्षीय विकलांग पुत्र देवेंद्र को लेकर डीएम के पास आयी थी. उसने बताया कि देवेंद्र के जन्म के बाद नियमित रूप से पोलियो की खुराक दी गयी.
बावजूद वह अब तक न बोल पाता है और न चल पाता है. यहां तक की उसने खाना-पीना भी छोड़ दिया है. पुत्र के इस हालात से परिवार के सभी सदस्य मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजर रहे है. कांति ने डीएम से सरकारी खर्च पर पुत्र का इलाज कराने की मांग की. इस पर डीएम ने सिविल सजर्न को शिशु व हड्डी रोग विशेषज्ञ से बालक की जांच करा समुचित चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया. सीएस ने समाहरणालय में एंबुलेंस भेजा, जिससे कांति अपने पुत्र देवेंद्र के साथ सदर अस्पताल पहुंची और बालक का इलाज शुरू किया गया.
अनशन पर बैठेंगी जिला पार्षद
सीतामढ़ी : जिला पार्षद सरिता यादव ने सदर एसडीओ को एक आवेदन देकर आगामी 21 जनवरी को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने की सूचना दी है. एसडीओ को सौंपे गये आवेदन में श्रीमती यादव ने बताया है कि वह दूसरी दफा जिला पार्षद के पद पर निर्वाचित हुई है.
उनके पति महेंद्र सिंह यादव पांच दफा विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. कई दफा जानलेवा हमला हो चुका है. लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग एवं उच्च न्यायालय के आदेश पर अपना लाइसेंसी राइफल जमा की थी. चुनाव संपन्न होने के बाद राइफल वापस हो जाना चाहिए. डीएम को आवेदन देने के बाद भी राइफल वापस नहीं हो रहा है. राइफल वापस नहीं लौटाने पर सुरक्षा के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है.