गाय के गोबर से खेतों की बढ़ती है उर्वरा शक्ति

शिवहर : कन्या कुमारी से भारत भ्रमण पर निकले संत सीता राम दास शिवहर के सरसौला खुर्द में पड़ाव डाला. इस दौरान उन्होंने ज्ञानलोक प्रेप हाइस्कूल में बच्चों को संबोधित कर गाय के महत्व व ग्रामीण संस्कृति पर बल दिया. कहा कि गौ मूत्र में एंटी कैंसर, एंटी त्रिदोष, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बायोटिक, एंटी एलर्जिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2015 9:02 PM

शिवहर : कन्या कुमारी से भारत भ्रमण पर निकले संत सीता राम दास शिवहर के सरसौला खुर्द में पड़ाव डाला. इस दौरान उन्होंने ज्ञानलोक प्रेप हाइस्कूल में बच्चों को संबोधित कर गाय के महत्व व ग्रामीण संस्कृति पर बल दिया. कहा कि गौ मूत्र में एंटी कैंसर, एंटी त्रिदोष, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बायोटिक, एंटी एलर्जिक व एंटी फंगल तत्व पाये जाते है. बताया कि गाय के दूध, गोबर एवं मूत्र में कैरोटिन पाया जाता है जो जीवन रक्षक है. बताया कि रसियन व जर्मनी के वैज्ञानिकों ने अनुसंधान में पाया कि गाय के गोबर में अनु विकिरण को रोकने की ताकत है, जिस घर के दीवार पर गाय के गोबर का लेप होता है वहा वायरस प्रवेश नहीं कर सकता है. गाय के गोबर में चर्मरोग समाप्त करने की क्षमता होती है. संत ने कहा कि गाय के 10 ग्राम गोबर में 300 से 500 करोड़ बैक्टीरिया होता है जो जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाते हंै. मौके पर स्कूल के निदेशक राजकुमार, संयोजक राजेश कुमार, सह संयोजक हरिवंश प्रसाद सिंह, संयोजक शिवहर दक्षिणी सुभाष चंद्र गुप्ता समेत अन्य मौजूद थे.

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