भूमि अधिग्रहण बिल किसान विरोधी

आलम बोखड़ा : जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव नूर आलम ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाये जा रहे भूमि अधिग्रहण बिल को किसान विरोधी बताया है. प्रखंड के थरूहट गांव स्थित अपने आवास पर बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में श्री आलम ने कहा कि मोदी सरकार ने यह बिल ला कर अंगरेजों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2015 6:02 PM

आलम बोखड़ा : जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव नूर आलम ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाये जा रहे भूमि अधिग्रहण बिल को किसान विरोधी बताया है. प्रखंड के थरूहट गांव स्थित अपने आवास पर बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में श्री आलम ने कहा कि मोदी सरकार ने यह बिल ला कर अंगरेजों की याद दिला दी है.

कहा कि वर्ष 13 में कांग्रेस सरकार ने भी भूमि अधिग्रहण बिल लाया था, जिसकी सराहना की गयी थी. इस बिल पर 70 फीसदी किसान सहमत थे. कांग्रेस सरकार ने जमीन का तीन गुणा अधिक मुआवजा देने की बात कही थी, पर मोदी सरकार ने उक्त बिल को निरस्त कर नये सिरे से बिल तैयार कर लागू करना चाहती है. अगर यह बिल लागू हुआ तो देश में जगह-जगह किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो जायेंगे.

इस बिल के खिलाफ जदयू ने प्रखंड स्तर पर धरना दिया है. जिला स्तर पर भी धरना दिया जायेगा. बिल को निरस्त करने के लिए पार्टी का आंदोलन जारी रहेगा. मौके पर पूर्व सांसद प्रतिनिधि केके सिंह, किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मो सनौवर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रखंड अध्यक्ष डा मो मोजाहिद, डॉ हारून खान, रहमतुल्ला रिजवी, बच्चू मस्तान, विनोद कुमार, टुनटुन साह व उपेंद्र पंडित समेत अन्य मौजूद थे.

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