भटक कर नक्सली नहीं बने युवक

रून्नीसैदपुर : नक्सल प्रभावित गांव के युवक व युवतियों को समाज के मुख्य धारा से जुड़े रहने के लिए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिला पुलिस प्रशासन जागरूकता फैला रही है. इस क्रम में शुक्रवार को मध्य विद्यालय महिंदवारा के परिसर में ‘भटके राही’ नामक नाटक का मंचन किया गया. मौके पर एएसपी अभियान संजीव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2015 10:03 PM

रून्नीसैदपुर : नक्सल प्रभावित गांव के युवक व युवतियों को समाज के मुख्य धारा से जुड़े रहने के लिए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जिला पुलिस प्रशासन जागरूकता फैला रही है. इस क्रम में शुक्रवार को मध्य विद्यालय महिंदवारा के परिसर में ‘भटके राही’ नामक नाटक का मंचन किया गया. मौके पर एएसपी अभियान संजीव कुमार, एसएसबी के असिसटेंट कमांडेंट अजय कुमार रजक, बीडीओ नीरज आनंद व थानाध्यक्ष गोरख राम मौजूद थे. नाटक का मंचन झारखंड के चायवासा के इंद्रधनुष संस्था के कलाकारों ने प्रस्तुत किया. नाटक मंचन के दौरान कलाकारों ने दिखाया कि कैसे नक्सलियों द्वारा समाज के भोले-भाले युवक व युवतियों को विभिन्न प्रकार का प्रलोभन देकर पार्टी में शामिल किया जाता है और बाद में किसी कारण से पार्टी से अलग होने का प्रयास करने पर प्रताडि़त किया जाता है. निर्देशक अनुपम गोस्वामी के निर्देशन में कलाकार संतोष कुमार, दीपा कुमारी, रंजीत पासवान, अनिल गुप्ता, रश्मि कुमारी, व अभिलाषा ने नाटक मंचन के माध्यम से बताया कि नक्सली गांव का विकास नहीं चाहते है. ताकि अविकसित गांव के युवक व युवती भटक कर गलत रास्ता अपना ले. नक्सलियों को भी यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि अगर वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का प्रयास करते है, तो सरकार उनकी मदद करती है. आत्मसमर्पण करने पर सरकार नक्सलियों को मुआवजा व उनके दो बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा समेत अन्य सुविधा देती है. मौके पर विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाओं के अलावा छात्र व छात्रा भी मौजूद थे.

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