मनीष की मौत से रैक प्वाइंट के खिलाफ गुस्सा

फोटो-10 विलाप करती मां व बहन, 11 आग बुझाते अग्निशामक दल, 12 सड़क जाम किये लोग, 13 लोगों को समझाते बीडीओ व इंस्पेक्टर, 14 वाहन पर पथराव करते युवक, 15 क्षतिग्रस्त वाहन का शीशा, 16, 17, 18 लाठी चटकाते पुलिसकर्मी, 19 बाइक सवार को पीटते लोगसीतामढ़ी : मनीष अपने माता-पिता व भाई का दुलारा था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2015 9:03 PM

फोटो-10 विलाप करती मां व बहन, 11 आग बुझाते अग्निशामक दल, 12 सड़क जाम किये लोग, 13 लोगों को समझाते बीडीओ व इंस्पेक्टर, 14 वाहन पर पथराव करते युवक, 15 क्षतिग्रस्त वाहन का शीशा, 16, 17, 18 लाठी चटकाते पुलिसकर्मी, 19 बाइक सवार को पीटते लोगसीतामढ़ी : मनीष अपने माता-पिता व भाई का दुलारा था. उसकी मौत से संपूर्ण बसबरिया क्षेत्र में मातमी सन्नाटा पसरा है. मनीष की मौत से रैक प्वाइंट मालिकों के खिलाफ लोगों में भारी गुस्सा है. मां व भाई का रो-रो कर बुरा हाल है. सभी कागजी प्रक्रिया के बाद पुलिस जब मनीष के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने लगा तो परिजनों का धैर्य खोने लगा. परिजन शव से लिपट कर दहाड़े मार कर रो रहे थे. परिजन को समझाने में पुलिस व बुद्धिजीवियों को काफी मशक्कत करना पड़ा. घटनास्थल पर आक्रोशित लोगों के साथ मुखिया सत्येंद्र मिश्र, सरपंच समीर कुमार सिंह का कहना था कि आजाद चौक रेलवे गुमटी ट्रेन में बढ़ोतरी के बाद से ज्यादातर जाम रहने के कारण सीओ गली होकर बसबरिया चौक होते एनएच-77 व 104 की ओर आने जाने के लिए लाइफ लाइन बन गया है. बावजूद रैक प्वाइंट की संख्या आये दिन बढ़ता ही जा रहा है. लक्ष्मीनगर, मोहनपुर, बसबरिया, सुंदरनगर व मेहसौल क्षेत्र के कई हिस्सों के छात्र-छात्राओं के लिए भी शहर में प्रवेश करने के लिए उक्त सड़क लाइफ लाइन है. रैक प्वाइंट में कार्यरत ट्रैक्टर चालकों का रैक आने के बाद सड़क पर तेज गति से ट्रैक्टर चलाने के कारण शत प्रतिशत आम यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

Next Article

Exit mobile version