स्वास्थ्य केंद्रों की होगी नियमित जांच

सीतामढ़ी : स्वास्थ्य केंद्रों से चिकित्सक व कर्मियों के बराबर नदारद रहने एवं जनता को समुचित चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया है. सरकार का मानना है कि निरीक्षण के अभाव में स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति दिन व दिन बदतर होती जा रही है, जबकि चिकित्सा की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 1:03 AM
सीतामढ़ी : स्वास्थ्य केंद्रों से चिकित्सक व कर्मियों के बराबर नदारद रहने एवं जनता को समुचित चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया है. सरकार का मानना है कि निरीक्षण के अभाव में स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति दिन व दिन बदतर होती जा रही है, जबकि चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध रहने के बावजूद उसका लाभ जनता को नहीं मिल पाता है.
सरकार की सोच है कि केंद्रों के बीच-बीच में निरीक्षण से चिकित्सक व कर्मियों की कार्यशैली में सुधार आने के साथ व्यवस्था पटरी पर आ जायेगी. मुख्य सचिव ने क्षेत्रीय उपनिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं से लेकर डीएचएस के जिला योजना समन्वयक तक को स्वास्थ्य केंद्रों की जांच को जिम्मेवारी सौंपी है.
नदारद रहते हैं चिकित्सक
अक्सर लोगों द्वारा शिकायत की जाती है कि पीएचसी व एपीएचसी से चिकित्सक व कर्मी नदारद रहते हैं. चिकित्सक स्वास्थ्य केंद्रों से अधिक समय अपने निजी क्लिनिक पर देते हैं. बीच-बीच में सीएस व अन्य द्वारा केंद्रों का निरीक्षण किया जाता है. हर केंद्र की पोल खुलती रही है. हाल में सीएस ने सुप्पी पीएचसी का औचक निरीक्षण किया था. तीन-चार चिकित्सक व आधा दर्जन कर्मी नदारद मिले थे. केंद्र पर कई तरह की गड़बड़ी उजागर हुई थी. सबसे अधिक गंभीर स्थिति साफ-सफाई की थी. पीएचसी के कमरों व बाहर में गंदगी मिली थी.

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