वर्मी कंपोस्ट से खेत की बढ़ती है उर्वरा

फोटो नंबर- 7 प्रशिक्षण में कृषि वैज्ञानिक व अन्य सुरसंड : प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित टीपीसी भवन में मंगलवार को एसएसबी द्वारा किसानों को वर्मी कंपोस्ट पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र बलहा मकसूदन के कृषि वैज्ञानिक डॉ रामेश्वर प्रसाद ने प्रोजेक्टर के माध्यम से वर्मी कंपोस्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 7:04 PM

फोटो नंबर- 7 प्रशिक्षण में कृषि वैज्ञानिक व अन्य सुरसंड : प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित टीपीसी भवन में मंगलवार को एसएसबी द्वारा किसानों को वर्मी कंपोस्ट पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र बलहा मकसूदन के कृषि वैज्ञानिक डॉ रामेश्वर प्रसाद ने प्रोजेक्टर के माध्यम से वर्मी कंपोस्ट के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी. कहा कि रासायनिक खाद से जहां जमीन की उर्वरा शक्ति जहां समाप्त हो जाती है. वही वर्मी कंपोस्ट से उर्वरा शक्ति बढ़ जाती है. यही नहीं वर्मी से कार्बनिक खाद का निर्माण होता है. ऊर्जा श्रोत की आपूर्ति होती है. पर्यावरण प्रदूषण को रोकता है. खेत की ऊर्जा शक्ति को बढ़ाता है. रोजगार का नया अवसर भी उपलब्ध कराता है, जबकि रासायनिक खाद मंत्र किट को नाश करता है और मानव शरीर को बीमार करता है. मौके पर एसएसबी के जिला क्षेत्रीय संगठन दीपक जोशी, एसएओ मनोज कुमार शर्मा, भिट्ठा कैंप इंचार्ज प्रवीण कुमार, बीडीओ राहुल कुमार, अवनिंद्र लाल कर्ण, राघे कुमार सिंह व सुनील कुमार समेत दर्जनों अधिकारी मौजूद थे.

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