जून माह में 36 बच्चे बाल श्रम से मुक्त
जिले में बाल मजदूरी खत्म करने के लिए जिला पुलिस की विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बचपन बचाओ
सीतामढ़ी. जिले में बाल मजदूरी खत्म करने के लिए जिला पुलिस की विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बचपन बचाओ आंदोलन के द्वारा किए जा रहे सार्थक प्रयास का असर जमीनी स्तर पर दिख रहा है. निरंतर किए जा रहे इन प्रयासों से बाल मजदूरी पर जिला में रोक लग रहा है. इस अनूठी पहल से जून माह में परिहार, सोनबरसा, रूनीसैदपुर, नगर थाना, डुमरा थाना क्षेत्र के अलग-अलग प्रतिष्ठान से कुल 36 बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया है. साथ ही इन बच्चों से बाल श्रम करवाने वाले नियोजक के विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जा रही है. शहर से लेकर अलग-अलग प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर बच्चे बाल मजदूरी करते अक्सर दिख जाते थे, लेकिन बिहार पुलिस मुख्यालय (कमजोर वर्ग, अपराध अनुसंधान विभाग, बिहार) के आदेश के अनुपालन में बाल श्रम के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जिलेभर के होटल, मोटर गैरेज प्रतिष्ठान से बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाया जा रहा है, जिससे बाल श्रम पर रोक लग रहा है. इसी के तहत डुमरा थाना क्षेत्र में बाल श्रम के खिलाफ मुख्यालय डीएसपी सह नोडल विशेष किशोर पुलिस इकाई मो नजीब अनवर के निर्देशन में डुमरा थाना के पुलिस पदाधिकारी एवं बचपन बचाओ आंदोलन की टीम के द्वारा थाना क्षेत्र के शंकर चौक, विश्वनाथपुर चौक, लगमा हाइवे, हवाई फील्ड के निकट स्थित अलग-अलग होटल एवं मोटर गैरेजों से बाल मजदूरी से 10 बच्चों को मुक्त करवाया गया है.
— शिक्षा से जुड़ेंगे मुक्त कराये गये सभी बच्चे
बाल श्रम से मुक्त करवाए गए बच्चों से न्यूनतम मजदूरी से भी कम वेतन पर एक दिन में अत्यधिक समय तक कार्य लिया जाता था. मुक्त करवाए गए बच्चों को बाल कल्याण समिति, सीतामढ़ी के आदेश से बाल गृह में आवासित करवाया गया है. इन बच्चों को शिक्षा के जोड़ा जाएगा. साथ ही इनके पुनर्वास हेतु भी पहल की जा रही है.
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