खुले में शौच सबों के लिए अहितकर : चिकित्सक
— प्रखंड में संपूर्ण स्वच्छता अभियान विफल — प्रचार-प्रसार के अभाव में लोग नहीं उठा रहे योजना का लाभ पुपरी : प्रखंड में संपूर्ण स्वच्छता अभियान विफल साबित हो रहा है. शायद हीं कोई ऐसा कोई पंचायत है, जहां सड़क किनारे शौच की मजबूरी न हो. मुख्यालय से सटे पुपरी पंचायत के मुशहरी टोला, मेस्तर […]
— प्रखंड में संपूर्ण स्वच्छता अभियान विफल — प्रचार-प्रसार के अभाव में लोग नहीं उठा रहे योजना का लाभ पुपरी : प्रखंड में संपूर्ण स्वच्छता अभियान विफल साबित हो रहा है. शायद हीं कोई ऐसा कोई पंचायत है, जहां सड़क किनारे शौच की मजबूरी न हो. मुख्यालय से सटे पुपरी पंचायत के मुशहरी टोला, मेस्तर टोला व अंसारी टोला समेत कई गांव व मुहल्ले की सड़क शौचालय में तब्दील है. — योजना से अनजान स्थानीय अमरेंद्र पांडेय, नागेश्वर सदा, नवीन कुमार लड्डू व चंदन ठाकुर समेत अन्य ने बताया कि संपूर्ण स्वच्छता अभियान व मनरेगा के तहत बीपीएल परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए 9100 रुपये मिलना है, पर विभागीय लापरवाही व प्रचार-प्रसार के अभाव में आम लोग अनजान है. यही कारण है कि यह योजना धरातल पर नहीं उतर पाया. — अशिक्षा बना है कारण बताया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अशिक्षा के कारण भी लोग बाहर में शौच करना हीं सही मानते हैं. कुछ ऐसे भी लोगों हैं, जिनके घर में शौचालय है, वे भी उसका उपयोग करना उचित नहीं समते हैं. उनका मामना है कि शौचालय महिलाओं के लिए होता है. पुरुषों को बाहर निकल कर हीं शौच जाना चाहिए. — कहते हैं चिकित्सा पदाधिकारी इस बाबत पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी डा सरेंद्र कुमार बताते हैं कि खुले में शौच सबों के लिए अहितकर है. मानव मल से बड़ी संख्या में वायरस निकल कर हवा में फैल जाता है जो कई घातक बीमारियों को जन्म देता है. समाज के आम लोगों को अपने धारणा में परिवर्तन लाने की जरूरत है. प्रत्येक परिवार को अपने घर में शौचालय का निर्माण कर उसका उपयोग करना चाहिए.