..संकट हरने वाले को कहते हैं हनुमान
सीतामढ़ी : नगर के महावीर स्थान स्थित दक्षिण मुखी सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर में आयोजित दो दिवसीय श्री हनुमान जयंती समारोह के पहले दिन शुक्रवार की दोपहर में जहां संगीतमय सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया, वहीं रात्रि में ज्योत एवं भजन संध्या में श्रद्धालु गोते लगाते रहे. भजन संध्या का आगाज […]
सीतामढ़ी : नगर के महावीर स्थान स्थित दक्षिण मुखी सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर में आयोजित दो दिवसीय श्री हनुमान जयंती समारोह के पहले दिन शुक्रवार की दोपहर में जहां संगीतमय सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया, वहीं रात्रि में ज्योत एवं भजन संध्या में श्रद्धालु गोते लगाते रहे.
भजन संध्या का आगाज राकेश चंचल की गणोश वंदना से हुआ. संध्या को धर्मेद्र जागरण ग्रुप,समस्तीपुर के सरदार धर्मेद्र सिंह ने ‘दुनिया रचने वाले को भगवान कहते हैं, संकट हरने वाले को हनुमान कहते हैं’ से परवान चढ़ाया. लक्ष्मी राज की प्रस्तुति ‘संकट को हरने वाला, मंगल मय करनेवाला, देव बड़ा निराला, बजरंग वाला’ को श्रद्धालुओं की खासी वाहवाही मिली. सरदार रॉकी सिंह ने ‘देवों में देव हजारों हैं, बजरंग बली का क्या कहना’ ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
प्रीतम सिंह चक्रधारी की प्रस्तुति ‘जिसको मिल जाये मेरे बाबा प्यार, वह अपनी किस्मत पर नाज करते हैं’ को भी बेहद सराहा गया. स्नेहा एवं मनोज कुमार मनोरंजन के भाव नृत्य की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र रही. साजो पर संगत चंदू जी, मनोज जी, परमजीत एवं पंकज श्रीवास्तव दे रहे थे.
सामूहिक पाठ में आशा शर्मा, पूनम सुंदरका, ज्योति हिसारिया, सुनीता अग्रवाल, सीमा चौधरी, शोभा शर्मा, सरिता वर्मा, संगीता अग्रवाल, कंचन ढंढ़निया, कुमकुम राजगड़िया, मनीषा हिसारिया, मीना अग्रवाल, लीला सोनी, रीता देवी, ज्योति व्यास, रेखा देवी, अनिता देवी, मंजू गुप्ता समेत बड़ी संख्या में भक्त शामिल थे. व्यवस्था में मोनी कुमारी, सरिता कुमारी का खासा सहयोग रहा. भजन संध्या से पूर्व श्री हनुमान जी महाराज के समक्ष ज्योत प्रज्वलित की गयी.