पथराव पर पुलिस का लाठीचार्ज

सीतामढ़ी : बसपा नेता सह आंबेडकर कल्याण छात्रवास के छात्र प्रमुख किशोरी राम की हत्या के बाद बवाल के बीच सोमवार को कारगिल चौक रणक्षेत्र बना रहा. पुलिस ने उस समय अपना आपा खो दिया, जब शव के साथ एनएच जाम कर रहे लोग रोड़ेबाजी पर उतर गये. सुबह 10 बजे के बाद कारगिल चौक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2015 4:59 AM
सीतामढ़ी : बसपा नेता सह आंबेडकर कल्याण छात्रवास के छात्र प्रमुख किशोरी राम की हत्या के बाद बवाल के बीच सोमवार को कारगिल चौक रणक्षेत्र बना रहा. पुलिस ने उस समय अपना आपा खो दिया, जब शव के साथ एनएच जाम कर रहे लोग रोड़ेबाजी पर उतर गये. सुबह 10 बजे के बाद कारगिल चौक पर हत्या से आक्रोशित लोगों का कब्जा हो चुका था.
कारगिल द्वार के पास ठेला पर शव रखा था. परिजन दहाड़ मार रहे थे तथा टायर जला कर लोग हाथों में बांस-बल्ला लिए ‘पुलिस प्रशासन मुरदाबाद, किशोरी के हत्यारे को गिरफ्तार करो’ के नारे लगा रहे थे. उग्र लोगों को अलग-अलग समूह में समझाने का प्रयास किया जा रहा था. कभी एसपी हरि प्रसाथ एस तो कभी सदर डीएसपी एमएन उपाध्याय समझाने का प्रयास कर रहे थे.
इस बीच हत्या के आक्रोश तथा बवाल की आशंका को देखते हुए एसपी के साथ अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) संजीव कुमार सिंह, सदर एसडीओ संजीव कुमार, रून्नीसैदपुर इंस्पेक्टर विमल कुमार सिंह, नगर इंस्पेक्टर गोरख राम, डुमरा थानाध्यक्ष छोटन कुमार मोरचा संभाले थे. मामले की नजाकत को देखते हुए मौके पर सार्जेट मेजर मदन कुमार के साथ पुलिस लाइन से ब्रज वाहन, अश्रु दस्ता के साथ स्टेट रैपिड एक्शन फोर्स को भी बुला लिया गया था.
बवाल काट रहे लोगों की जब मनमानी आपे से बाहर हुई तो पुलिस ने पहले समझाया, उसके बाद भीड़ की ओर से दर्जनों की संख्या में महिला और युवकों द्वारा रोड़ेबाजी किया जाने लगा. उपद्रवियों के निशाने पर पुलिस के साथ मीडियाकर्मी थे. मीडियाकर्मी आदित्यानंद आर्य के घायल होने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू किया. बवाल से पहले हीं कारगिल चौक से लेकर राजोपट्टी की तमाम दुकानें बंद हो गयी. राहगीरों को भी उपद्रवियों के आक्रोश का सामना करना पड़ा.
लाठीचार्ज के बाद बवाल कर रहे लोग भागे तभी स्थिति को नियंत्रित किया जा सका. बाद में डीएम डॉ प्रतिमा, वरीय उप समाहर्ता कृष्ण कुमार उपाध्याय के साथ कारगिल चौक पहुंची तथा एसपी से घटना के बारे में जानकारी ली. हत्या से उपजी स्थिति पर विचार विमर्श किया. इस बीच विधान पार्षद राजकिशोर प्रसाद, जदयू जिलाध्यक्ष रामजीवन प्रसाद मौके पर पहुंच कर डीएम-एसपी से विमर्श किया.
अब कौन चढ़ायेगा श्रद्धा का फूल
आंबेडकर कल्याण छात्रवास में छात्र प्रमुख किशोरी राम की हत्या से मातमी सन्नाटा पसरा है. छात्रवास की ओर से 14 अप्रैल को प्रतिवर्ष संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जयंती समारोह में किशोरी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेता था. मंगलवार को छात्रवास में इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी थी, लेकिन नीयती को तो कुछ और हीं मंजूर था. छात्रवास के एक छात्र ने बिलखते हुए कहा कि बाबा साहेब के चित्र पर अब कौन श्रद्धा का वह फूल चढ़ायेगा.
बेबाकी से रखता था राय
अपनी छोटी उम्र में किशोरी ने छात्रों की आवाज को पदाधिकारियों तक पहुंचाने में प्रमुख भूमिका का निर्वहन किया था. वह मुखर होकर पूरी बेबाकी से अपनी बात रखता था, जिसके कायल अधिकारी भी रहते थे. छात्रों को मिलनेवाली सुविधा पर उसकी पैनी नजर रहती थी.
चोरी राम पढ़ाई में अव्वल था. बिहार विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करने के उपरांत वह पीएचडी कर रहा था.

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