डस्टबीन में नहीं सड़क किनारे फेंकते हैं कचरा
सीतामढ़ी : नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण मुरारी मानते हैं कि जब तक हर लोग साफ-सफाई के प्रति जागरूक नहीं होंगे तब तक इस गंभीर समस्या से पूरी तरह निजात पाना संभव नहीं है. श्री मुरारी की बार-बार की अपील के बावजूद शहर के अधिकांश दुकानदार कचड़ा को डस्टबीन में रखने के बजाय दुकान के […]
सीतामढ़ी : नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण मुरारी मानते हैं कि जब तक हर लोग साफ-सफाई के प्रति जागरूक नहीं होंगे तब तक इस गंभीर समस्या से पूरी तरह निजात पाना संभव नहीं है.
श्री मुरारी की बार-बार की अपील के बावजूद शहर के अधिकांश दुकानदार कचड़ा को डस्टबीन में रखने के बजाय दुकान के सामने सड़क पर फेंक देते है. आम लोग भी अपने घरों के कचरे को डस्टबीन में न रख सड़क किनारे फेंक देते हैं.
नगर परिषद के प्रधान सहायक कृष्ण मुरारी ने बताया कि स्वच्छता अभियान के लिए तीन निजी व चार किराया वाला ट्रैक्टर है. करीब 300 हैंड ट्रॉली है. करीब 50 उपयोग में है, शेष स्टॉक में है. 60 बड़ा व 425 छोटा डस्टबीन शहर में लगाया गया है. आम लोगों द्वारा दर्जनों डस्टबीन क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. सफाई कर्मियों के कुल 96 सृजित पद पर मात्र 25-26 कर्मी ही बचे हैं. शेष रिटायर कर गए. वर्तमान मे कुल 135 कर्मियों से दैनिक मजदूरी व मानदेय पर काम लिया जा रहा है.
केवल नगर परिषद के भरोसे शहर को स्वच्छ नही बनाया जा सकता है. लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी. कैलिफोर्निया विश्व में सबसे स्वच्छ इसलिए है कि वहां के लोग टॉफी भी खाते है तो उसका छिलका कोट या पैंट के जेब में डाल लेते है और किसी डस्टबीन में डाल देते है. शहरवासी सहयोग करें. नगर परिषद अपना काम रूटीन बद्ध तरीके से कर रही है.
कृष्ण मुरारी, कार्यपालक पदाधिकारी