भूमि अधिग्रहण समाज के लिए चुनौती : प्रो आलम

— सीतामढ़ी व शिवहर जिला भाकपा कार्यकर्ताओं की बैठक– 14 मई को पटना में पार्टी का विशाल प्रतिरोध मार्च– तीन हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के भाग लेने की अपीलसीतामढ़ी : सीतामढ़ी व शिवहर जिले के भाकपा कार्यकर्ताओं की संयुक्त जीबी बैठक गुरुवार को स्थानीय कार्यालय परिसर में रामबाबू सिंह एवं जग नारायण साह की अध्यक्षता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2015 6:03 PM

— सीतामढ़ी व शिवहर जिला भाकपा कार्यकर्ताओं की बैठक– 14 मई को पटना में पार्टी का विशाल प्रतिरोध मार्च– तीन हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के भाग लेने की अपीलसीतामढ़ी : सीतामढ़ी व शिवहर जिले के भाकपा कार्यकर्ताओं की संयुक्त जीबी बैठक गुरुवार को स्थानीय कार्यालय परिसर में रामबाबू सिंह एवं जग नारायण साह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आगामी 14 मई को पटना में भाकपा के विशाल प्रतिरोध मार्च की तैयारी की समीक्षा की गयी. इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह पर्यवेक्षक प्रो एम जब्बार आलम ने मोदी सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश 2014 को किसान-मजदूर विरोधी, कॉरपोरेट घरानों, बड़े पूंजीपतियों, बिल्डरों और भू माफियाओं को तुष्ट करनेवाला बताया. उन्होंने कहा कि खुद सरकार के सीएजी ने कहा है कि सरकार भूमि अधिग्रहण संपत्ति का ग्रामीण क्षेत्रों से कॉरपोरेट दुनिया में हस्तांतरण का जरिया बन गया है. उद्योगीकरण के नाम पर विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) खोलने के लिए किसानों से छीन कर उद्योगपतियों को दी गयी. लाखों एकड़ जमीन का आधा हिस्सा खाली पड़ा है. यह केवल किसानों के लिए नहीं, पूरे समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि तीन हजार पार्टी सदस्य एवं समर्थक जनता इस प्रतिरोध मार्च में भाग लेगी. मौके पर जिला सचिव जयप्रकाश राय, शिवहर जिला सचिव शत्रुध्न सहनी, रामनेक ठाकुर, राजकिशोर ठाकुर, महेश कुमार झा, मोहन नायक, सदीक अंसारी, वासुदेव दास, गणेश साह, रामाशीष सिंह, वीरेंद्र प्रसाद, मो ग्यासुद्दीन, खेदू महतो, उमाशंकर सिंह, भरत सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

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