प्रबुद्ध श्रोता व साहित्य अनुरागी थे नारद जी

सीतामढ़ी : नगर के विवेकानंद नगर मोहल्ला स्थित ‘एक नयी सुबह’ कार्यालय में वरिष्ठ साहित्यकार भगवती चरण भारती की अध्यक्षता में एक शोकसभा का आयोजन किया गया. जिसमें हिंदी-उर्दू एकता मंच, पुपरी के अध्यक्ष रामप्रवेश गिरी उर्फ ब्रह्म चारी नारद जी महबूब के असामयिक निधन पर शोक प्रकट किया गया. नारद जी के अभिन्न मित्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2015 12:54 AM
सीतामढ़ी : नगर के विवेकानंद नगर मोहल्ला स्थित ‘एक नयी सुबह’ कार्यालय में वरिष्ठ साहित्यकार भगवती चरण भारती की अध्यक्षता में एक शोकसभा का आयोजन किया गया. जिसमें हिंदी-उर्दू एकता मंच, पुपरी के अध्यक्ष रामप्रवेश गिरी उर्फ ब्रह्म चारी नारद जी महबूब के असामयिक निधन पर शोक प्रकट किया गया. नारद जी के अभिन्न मित्र कथाकार रामबाबू नीरव ने उन्हें समाजवाद और नि:शुल्क शिक्षा दान का समर्पित व्यक्तित्व बताया.
हिंदी-उर्दू एकता मंच के सचिव अशरफ मौलानगरी एवं तनवीर मौलानगरी ने विगत 20 वर्षो से मंच द्वारा समय-समय पर सफल एवं यादगार कार्यक्रमों में नारद जी के महती योगदान की चर्चा की. प्रो(डॉ) दशरथ प्रजापति ने हिंदी और उर्दू भाषा के प्रति उनके गहरे लगाव के साथ ‘एक नयी सुबह’ कार्यकारिणी के सम्मानित सदस्य के रुप में उनके योगदान एवं सकारात्मक सुझावों को रेखांकित किया.
चर्चित शायर बदरुल हसन बद्र और लखनऊ से आये शायर एवं लेखक आसिफ करीम ने उन्हें हर दिल अजीज इनसान बताया.
डॉ विनोद कुमार, संत रस्तोगी एवं डॉ प्रमोद प्रियदर्शी ने उन्हें साफ जेहन का गरीब नवाज कहा. श्री भारती ने उन्हें साहित्यिक गोष्ठियों एवं कवि सम्मेलनों का प्रबुद्ध श्रोता और निश्चल साहित्यानुरागी बताया. दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. मौके पर अधिवक्ता सुधीर कुमार, मोहन जी, दिनेश नरंगा, अमिताभ वत्स उपस्थित थे.

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