न्यायालय के फैसले का पार्षद ने किया स्वागत

सीतामढ़ी : पूर्व मंत्री सह विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया है, जिसमें केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा सरकारी इश्तेहार में विभागीय मंत्री, मुख्यमंत्री व पार्टी नेताओं के चित्र चिपकाने को अनुचित ठहराते हुए प्रतिबंधित किया गया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि सच्चाई यह है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2015 7:03 PM

सीतामढ़ी : पूर्व मंत्री सह विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर ने सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया है, जिसमें केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा सरकारी इश्तेहार में विभागीय मंत्री, मुख्यमंत्री व पार्टी नेताओं के चित्र चिपकाने को अनुचित ठहराते हुए प्रतिबंधित किया गया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि सच्चाई यह है कि राज्यों के मुख्यमंत्री व विभागीय मंत्रियों द्वारा सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के बहाने अपना एवं अपने पार्टी सुप्रीमो का चित्र चिपका कर अपनी पहचान बनायी जा रही है. जिस कारण देश की जनता की गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग हो रहा था. श्री ठाकुर ने राज्य सरकार द्वारा सरकारी खजाना से टेलीविजन, रेडियो, कंप्यूटर व टेबलेट बांटने की योजना पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. कहा कि इस योजना से गरीबी उन्मूलन का कोई वास्ता नहीं है. इससे केवल वोट बनाने की राजनीति की जा रही है. किसी भी सरकार को सरकारी राशि से वोट खरीदने का अधिकार नहीं है. श्री ठाकुर की बातों का समर्थन भाजपा के वरीय नेता अरुण कुमार गोप ने भी किया है.

Next Article

Exit mobile version